उन्नाव। जिले में मौसम का मिजाज बदलने के बाद मौसमी बुखार के बीच जिले में डेंगू (Dengue ) का कहर जारी है. डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक 100 से ज्यादा लोग डेंगू से संक्रमित पाए जा चुके हैं. जबकि प्राइवेट लैब में यह आंकड़ा और बड़ा है. डेंगू के बढ़ते दायरे के बीच स्वास्थ्य विभाग मरीजों को समय से रिपोर्ट नहीं दे रहा है. जांच के लिए भेजे जा रहे सैंपल की रिपोर्ट समय से नहीं आ रही हैं. समय से रिपोर्ट न आने से स्वास्थ्य विभाग डेंगू मरीजों के आंकड़ों में खेल कर रहा है.
दरअसल, उन्नाव में डेंगू (Dengue ) का दायरा बढ़ने के बाद अब हर कोई दहशत में है. जहां बुखार से पीड़ित हर मरीज डेंगू की जांच कराना चाहता है. वहीं, जिला अस्पताल के डायग्नोस्टिक वार्ड में हर दिन 30 से ज्यादा स्लाइड बन रही हैं. पूरे जिले में यह आंकड़ा दो सौ से अधिक रहता है. जबकि प्राइवेट जांच केंद्रों में भी हर दिन बड़ी संख्या में रैपिड किट से डेंगू की जांच की जा रही हैं. रैपिड किट से होने वाली जांच की रिपोर्ट मरीज को उसी दिन मिल जाती है. जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज को 6 से 8 दिन में रिपोर्ट दी जा रही हैं. रिपोर्ट के इंतजार में ही कई मरीज ठीक हो जाते हैं.
15 दिन में गांव में करीब 4 लोगों की मौत से दहशत
वहीं, गंजमुरादाबाद गांव में 15 दिनों के भीतर चार लोगों की बुखार से मौत हो जाने से ग्रामीणों में दहशत की स्थिति बनी हुई है. बता दें कि,बांगरमऊ क्षेत्र के फतेहपुर हमजा गांव में 25 अक्तूबर को फौजिया (70) की बुखार से मौत हो गई थी. उसके बाद से बुखार पीड़ितों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में 7 व 8 नवंबर को शहरबानो (8) और अनीस (40) भी बुखार की चपेट में आकर असमय मौत का शिकार हो गए.
मौतों के क्रम को जारी रखते हुए दोबारा मंगलवार की रात बुजुर्ग सज्जाद की भी मौत हो गई. हालांकि, एक ही गांव में चार लोगों को बुखार की चपेट में आने से मौत होने से ग्रामीणों में भय की स्थित बनी हुई है.
जानिए क्या हैं डेंगू (Dengue ) के लक्षण?
डॉ अंकिता सिंह ने बताया कि तेज बुखार हो और साथ में सिर में दर्द, जोड़ों में दर्द, शरीर पर चकत्ते, रक्तस्राव, उल्टी, आंखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना मांसपेशियों में दर्द जैसे कोई लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर से संपर्क करें. लापरवाही कतई न बरतें. साथ ही गर्भवती जरुरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें. मच्छरदानी में सोएं, पूरी बांह के कपड़े पहने, मच्छररोधी क्रीम का उपयोग करें. घर के दरवाजे और खिड़कियों पर जाली लगवाएं.
डेंगू का कहर हैं जारी, मच्छर भगाने के लिए आजमाए ये घरेलू तरीके
डेंगू होने पर अधिक से अधिक पानी पिए, तरल आहार जैसे नारियल पानी, सूप, फलों के रस का सेवन करें. पौष्टिक भोजन करें, आराम करें, डाक्टर की सलाह पर दवाओं का सेवन करें और प्लेटलेट्स पर नजर रखें. कोई भी समस्या होने पर पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं या अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता से संपर्क करें.
डेंगू (Dengue ) से ऐसे कर सकते हैं बचाव
बता दें कि, डेंगू एडीज मच्छर के कारण होता है. जो कि साफ पानी में पनपता है. यहां तक कि एक चम्मच भर पानी में भी पनप सकता है और यह दिन के समय काटता है. इसलिए घर व आस-पास कहीं भी पानी इकत्र न होने दें. इसके साथ ही खाली एवं टूटे टायर, बर्तनों, गमले की प्लेटों, फ्रिज की ट्रे में पानी इक्ठ्ठा न होने दें. ट्रे का पानी नियमित रूप से बदलते रहें. साथ ही पूरी बांह के कपड़े पहनें.