लखनऊ। वाराणसी (Varanasi) के ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) और शृंगार गौरी मंदिर विवाद मामले में हिंदू पक्ष का दावा है कि वहां पर शिवलिंग (Shivling) है। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता हरिशंकर जैन के बेटे विष्णुशंकर जैन का दावा है कि शिवलिंग ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) के वजूखाने में मिला है और इस दावे के बाद वाराणसी सिविल कोर्ट के जज रवि कुमार दिवाकर ने शिवलिंग की जगह सील कर सीआरपीएफ को सौंप दी।
वहीं अब उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Maurya) ने हिंदू पक्ष के दावे के ट्विट किया है और लिखा है कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर ज्ञानवापी में बाबा महादेव के प्रकटीकरण ने देश की सनातन हिंदू परंपरा को एक पौराणिक संदेश दिया है। उन्होंने कहा, सत्य को आप कितना भी छुपा लीजिए, लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है क्योंकि “सत्य ही शिव” है। बाबा की जय, हर हर महादेव।
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर ज्ञानवापी में बाबा महादेव के प्रकटीकरण ने देश की सनातन हिंदू परंपरा को एक पौराणिक संदेश दिया है।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) May 16, 2022
Gyanvapi Masjid: शिवलिंग मिलने वाली जगह को सील करने का आदेश, कोर्ट ने वजु पर लगाई पाबंदी
गौरतलब है कि हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि सर्वे के दौरान शिवलिंग मिला है और जिसके बाद वाराणसी सिविल कोर्ट की जगह को सील करने का आदेश दिया गया है। वाराणसी सिविल कोर्ट ने जिला प्रशासन से कहा है कि जिस जगह शिवलिंग मिला था, उसे सील कर उसे संरक्षित किया जाए और वहां पर किसी को जाने की अनुमति नहीं दी जाए। हालांकि मुस्लिम पक्ष का दावा है कि वहां पर ऐसा कुछ नहीं मिला है और हिंदू पक्ष का दावा गलत है।
वजूखाने को सीआरपीएफ के हवाले किया
हिंदू पक्ष ने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और जहां पर शिवलिंग मिलने की बात कही जा रही है। उसे सीआरपीएफ के हवाले करने को कहा। जिसके बाद कोर्ट ने आदेश दिया और कहा कि वजुखाना को अब सीआरपीएफ के हवाले कर दिया जाए।
Gyanvapi Masjid: तीसरे दिन का सर्वे हुआ पूरा, हिंदू पक्ष का बड़ा दावा- कुएं के अंदर मिला शिवलिंग
फिलहाल ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे पूरा हो गया और अब मंगलवार को कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जानी है। कोर्ट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेंगे। गौरतलब है कि कोर्ट ने सर्वे के लिए आज तक का समय दिया था और पिछले तीन दिनों से वहां पर सर्वे चल रहा था। अब कोर्ट कमिश्नर कल कोर्ट के सामने रिपोर्ट रखेंगे और तब तक सबूतों को पुलिस कमिश्नर की देखरेख में रखा जाएगा।