नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच आस्ट्रेलिया से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक लीगल असिस्टेंट ने इस साल करीब 600 जगहों पर नौकरी के लिए आवेदन दिया लेकिन इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक उसे एक भी जॉब नहीं मिली।
इसका कारण है कोरोना के कारण आया आर्थिक संकट। एक इंटरव्यू में सिडनी की महिला सिनीड सिम्पकिन ने इसका खुलासा किया। इस इंटरव्यू में उसने बताया कि इस दौरान मैं कई बार डिप्रेशन में चली गई थी। मैं अपना जीवन चलाने के लिए एक नौकरी चाहती थी और मैं ऐसा नहीं कर पा रही थी।
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उसने बताया कि अब उसे नहीं लगता कि वह घर लेने के अपने सपने को पूरा कर पाएगी। उसे लगता है कि अब वह पूरी जिंदगी नौकरी की तलाश करते रह जाएगी। बता दें कि यह केवल सिनीड की कहानी नहीं है। ऑस्ट्रेलिया में डूबती अर्थव्यवस्था के कारण बड़ी संख्या में लोग जॉबलेस हो रहे हैं। शुरुआत में फिटनेस, एंटरटेनमेंट, हॉस्पीटैलिटी, ट्रैवल इंडस्ट्रीज ठप हुई और अब अकाउंटिंग, रिटेल और मीडिया सेक्टर्स भी बंद होने की कगार पर हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी देश की इकोनॉमी और भी बदतर होगी।
ऑस्ट्रेलिया में कोरोना की स्थिति की बात करें तो सोमवार को 24 घंटों में कोरोना के 549 नये मामले सामने आये हैं जो एक दिन में अब तक का सर्वाधिक रिकार्ड है। ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के सबसे अधिक मामले विक्टोरिया प्रांत से आए हैं।
उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी माइकल किड ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 549 नये मामले आये हैं जो एक दिन का सर्वाधिक रिकार्ड है। इससे पहले एक दिन में सबसे अधिक 502 नये मामले आये थे। कोरोना के लगातार बढ़ते मामले चिंताजनक हैं।
वहीं, प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने विक्टोरिया में संक्रमण से निपटने के लिए धैर्य बनाए रखने की अपील की है।