लाइफस्टाइल डेस्क। नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुआत 17 अक्तूबर से हो रही है। इस साल शारदीय नवरात्रि 17 अक्तूबर से 25 अक्तूबर तक हैं। नवरात्रि के दौरान मां के पावन मंदिरों में भक्तों की भीड़ रहती है। आज हम आपको मध्यप्रदेश के कुछ मंदिरों के बारे में बताएंगे जहां पर नवरात्रि के दिनों में भक्तों का तांता लगा रहता है। इस बार कोरोना वायरस की वजह से भक्तों की अधिक भीड़ नहीं रहेगी। अगली स्लाइड्स में जानिए मध्यप्रदेश के उन मंदिरों के बारे में जहां पर नवरात्रि के दौरान भक्तों का तांता लगा रहता है…
मां के इस पावन मंदिर में नवरात्रि के दौरान भक्तों का तांता लगा रहता है। इस मंदिर को टेकरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मध्यप्रदेश में स्थित इस मंदिर में मां के भक्त काफी संख्या में आते हैं।
धार्मिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने करवाया था। मां के इस पावन मंदिर में दो अद्वितीय देवदार के आकार के लोहे के दीपक हैं। मां का यह पवित्र मंदिर महाकाल की भूमि के प्रमुख आकर्षण में से एक है।
रतनगढ़ माता मंदिर दतिया क्षेत्र से लगभग 60 किमी की दूरी पर स्थित है। मां का यह पावन मंदिर सिंध नदी के तट पर स्थित है और सड़क पुल से जुड़ा हुआ है। दतिया गांव में मां दूर्गा का ये मंदिर काफी प्रसिद्ध और लोकप्रिय है।
सलकनपुर में मां का पावन मंदिर स्थित है, जिसे बिजासन माता मंदिर के नाम से जाना जाता है। बिजासन माता मंदिर भोपाल से करीबन 70 किमी की दूरी पर सीहोर जिले में स्थित है। मां के इस पावन धाम में नवरात्रि के दौरान काफी भीड़ रहती है।