उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि गोरखनाथ मंदिर में खिचडी चढ़ाने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।
तीन दिवसीय दौरे पर आये श्री योगी ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में लगभग 150 से अधिक फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्या को सुना और जल्द से जल्द निस्तारण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिया।
उन्होने पुलिस और प्रशासन के अधिकारयों की बैठक कर गोरखपुर महोत्सव के आयोजन और खिचडी मेले के इंतजाम की जानकारी ली और कहा कि महोत्सव में जाने वाले लोगों और मंदिर में खिचडी चढाने के लिए आने वाले श्रध्दालुओं को किसी तरह को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने हालांकि अधिकारियों को कोविड प्रोटोकाल के लिए सचेत भी किया।
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श्री योगी की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। आवास से निकलने के बाद उन्होने सबसे पहले गुरू गोरखनाथ की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की। इसके बाद अपने गुरू ब्रहमलीन अवेद्यनाथ का आर्शीवाद लेने के पश्चात उन्होंने करीब आधा घंटे तक गौशाला में गुजारा और फिर फरियादियों के बीच पहुंच गये और एक घंटे तक फरियादियों की समस्याओं को सुनने का सिलसिला चला।
श्री योगी 14 जनवरी से चलने वाले गोरखनाथ मंदिर परिसर में भ्रमण कर खिचड़ी मेले के इंतजाम को देखा। मंदिर और मेला परिसर भ्रमण के दौरान वह अधिकारियों और मंदिर प्रबंधन के लोगों से लगातार कहते रहे कि किसी भी स्थिति में श्रध्दालुओं को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।