कार्तिक माह बहुत पुनीत माना जाता है। इस माह में तुलसी पूजा और गंगा स्नान की विराट महिमा है। इस पवित्र माह में नारायण का जागरण होता है। श्रीहरि चतुर्मास की निद्रा से जागते हैं। भगवान विष्णु 4 महीने की योग निद्रा से उठते हैं। कार्तिक माह में ही देवी तुलसी और भगवान विष्णु का विवाह कराया जाता है। इसके बाद से सारे मांगलिक कार्य शुरू होते हैं।
कार्तिक माह की एकादशी तिथि को देवोत्थान एकादशी (Devotthan Ekadashi ) कहा जाता है। देवोत्थान एकादशी (Devotthan Ekadashi ) के दिन पूजन में तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) की पौराणिक कथा का पाठ कर, तुलसी मंगलाष्टक का पाठ किया जाता है। ऐसा करने से तुलसी माता और भगवान शालीग्राम सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं।
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि 23 नंवबर 2023 दिन गुरुवार को शाम 5 बजकर 09 मिनट पर शुरु होगी, जिसका समापन 24 नंवबर 2023 दिन शुक्रवार को शाम 7 बजकर 45 मिनट पर होगा। उदया तिथि पड़ने के चलते तुलसी विवाह 24 नवंबर को किया जाएगा।
इस बार 24 नवंबर को तुलसी विवाह के दो शुभ मुहूर्त हैं. इसमें से आप किसी एक मुहूर्त में तुलसी विवाह करा सकते हैं। अभिजीत मुहूर्त 24 नवंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 43 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक होगा। वहीं, विजय मुहूर्त 24 नवंबर 2023, शुक्रवार की दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से दोपहर 2 बजकर 38 मिनट तक रहेगा।









