सनातन धर्म में भगवान विष्णु को जगत का पालनहार कहा जाता है।भगवान विष्णु की कृपा अनवरत बनी रहे इसके लिए भक्त एकादशी के दिन व्रत रखते है। हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत शुभ माना जाता है। जुलाई माह में दो अति महत्वपूर्ण एकादशी योगिनी एकादशी और देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) पड़ रही है।
देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) की तिथि और शुभ मुहूर्त
आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 16 जुलाई को संध्या के समय 8 बजकर 33 मिनट से शुरू होकर 17 जुलाई को शाम 9 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होगी। देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) व्रत 17 जुलाई बुधवार को रखा जाएगा।
मान्यता है कि देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) के दिन से भगवान श्री विष्णु चार माह के योग निद्रा में चले जाते हैं। इसे चातुर्मास भी कहा जाता है। जैन धर्म में चातुर्मास का विशेष महत्व होता है। इस बीच धरती के पालन का काम महादेव संभालते हैं।
चातुर्मास (Chaturmas 2024) के दौरान किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। जब देवउठनी एकादशी के दिन भगवान जागते हैं, तब शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाते है।