काशी पंचांग के अनुसार धनतेरस (Dhanteras) 29 अक्टूबर को है। इस दिन त्रिपुष्कर योग का संयोग बन रहा है। जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि इस दिन पर त्रिपुष्कर योग का संयोग बन रहा है। यह योग सुबह 6.31 बजे से लेकर सुबह 10.31 बजे तक है। इसी दिन सुबह 7.48 बजे तक इंद्र योग भी है। इसके बाद वैधृति योग बन रहा है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र शाम 6.34 बजे तक है फिर हस्त नक्षत्र लग जाएगा। इससे इस बार धनतेरस का महत्व बढ़ गया है। यह पर्व दीपावली के पांच दिवसीय महोत्सव की शुरुआत के रूप में जाना जाता है।
धनतेरस (Dhanteras) का दिन विशेष रूप से समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना के लिए मनाया जाता है। इस दिन धन (सम्पत्ति) की देवी लक्ष्मी और भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है। धनवंतरी आरोग्य और आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं। पंडित सूर्यमणि पांडेय कहते हैं कि धनतेरस पर ज्वेलरी, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। धनतेरस के दिन इन वस्तुओं को खरीदकर लोग अपने जीवन में शुभता और समृद्धि की कामना करते हैं।
क्यों खरीदी जाती हैं वस्तुएं :
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन कोई नई वस्तु खरीदना शुभ होता है। विशेषकर वे वस्तुएं जो घर में स्थायित्व और संपन्नता का प्रतीक मानी जाती हैं। श्री पांडेय ने बताया कि ज्वेलरी खासकर सोने और चांदी के आभूषणों को शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे खरीदने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है। स्टील, तांबा, पीतल या चांदी के बर्तन खरीदना भी शुभ है। इन्हें परिवार के स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
आधुनिक समय में लोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरण टीवी, वॉशिंग मशीन, फ्रीज, एसी व अन्य मशीन भी खरीदते हैं। इसे नए दौर की सुविधाओं और प्रगति का प्रतीक माना जाता है।
धनतेरस (Dhanteras) पर खरीदारी करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आचार्य पप्पू पांडेय ने बताया कि धनतेरस पर सही वस्तु का चुनाव करना चाहिए। अपनी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सामान की खरीदारी करें। ताकि, इसका सही उपयोग हो सके। खरीदते समय गुणवत्ता का ख्याल रखें। चाहे ज्वेलरी हो या इलेक्ट्रॉनिक सामान, हमेशा विश्वसनीय स्रोत से ही खरीदें। इस उत्सव को अच्छे से मनाने के लिए खरीदारी अवश्य करें।