त्यौहारों के इस पर्व में बाज़ार में चारों तरफ चकाचौंध दिख रही हैं। इस साल 22 अक्टूबर को धनतेरस ( Dhanteras) है जिस की पूजा के लिए लोग जोर-शोर से तैयारियाँ कर रहे हैं। धनतेरस की पूजा के साथ ही साथ लोग कुछ नए समान की खरीददारी भी कर रहे है और इस चीज़ का काफी धार्मिक महत्व भी है। धार्मिक मान्यता के अनुसार धनतेरस ( Dhanteras) की खरीददरी करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन के देवता कुबेर और स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरी की कृपा प्राप्त होती है।
इस दिन खरीदे गए सामानों की भी पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से घर में सौभाग्य, खुशहाली और संपन्नता बनी रहती है और जातकों को ऋण के बोझ से मुक्ति मिलती है। माना जाता हैं कि यदि पूजा के समय कोई एक भी पूजा कि सामग्री न हो तो इसके बिना हमारी पूजा अधूरी सी मानी जाती है।
इस बार आपकी धनतेरस कि पूजा अधूरी न रहे इसलिए आइए जानते हैं धनतेरस ( Dhanteras) में पूजा सामग्री की लिस्ट….
धनतेरस ( Dhanteras) की पूजा सामग्री
सुपारी: सुपारी का इस्तेमाल पूज में शुभ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूजा करते समय सुपारी को ब्रह्मदेव, यमदेव, वरूण देव और इंद्रदेव का रूप माना जाता है। धनतेरस के बाद सुपारी को आलमारी में रखना शुभ माना जाता है।
पान: पान का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में शुभ माना गया है। मान्यता जे अनुसार देवी देवता पान के पत्ते में वास करते हैं। यही वजह है कि धनतेरस की पूजा में पान के पत्तों का इस्तेमाल होता है।
धनिया के बीज: मान्यता है कि धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी को धनिया के साबुत बीज चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और दरिद्रता दूर होती है।
खील बताशे: खील और बताशे को मां लक्ष्मी का प्रमुख भोग माना जाता है। ऐसी भी मान्यता है कि मां को खील बताशे अर्पित करने से अभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
कपूर: कपूर को तुलसी के अर्क से बनाया जाता है। पूजा पाठ में इसका इस्तेमाल काफी शुभ माना जाता है। धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा करते समय कपूर का दिया जरूर जलाएं। ऐसा करने से घर में सकारात्मकता का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर भागती है।
दिया और बाती: भगवान के सामने दिया बाती करने का विशेष महत्व है। धनतेरस पर मां के सामने दिया जलाने का विशेष महत्व है। इस दिन दीया जलाने से मृत्यु के देवता यम खुश होते हैं। इसलिए पूजन सामग्री में दीया बाती का विशेष महत्व है। इसके साथ ही देसी घी और माचिस रखना ना भूलें।