नई दिल्ली| करीब 10 करोड़ किसानों को पीएम किसान की छठवीं किस्त का इंतजार है। सरकार ने किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम की 2000 के रूप में उनके खातों में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से किया है लेकिन बहुत से ऐसे किसान हैं, जिनके खाते में ये रकम नहीं पहुंच पाई है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कुछ छोटी-मोटी गलतियां होना। जैसे किसी का आवेदन में लिखा गया नाम आधार से मैच नहीं करता या बैंक अकाउंट से नाम नहीं मिलता। किसी ने आधार नंबर सही नहीं डाला है या बैंक का आईएफएससी कोड में गलती कर रखी है।
सेंट्रल रेलवे ने 30 नवंबर तक मेडिकल प्रैक्टिशनर के पदों के लिए जारी की यह भर्ती
इन मामूली गलतियों की वजह से करीब लाखों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि किस्त नहीं पहुंच पा रही है। अगर आाप भी इन लाखों किसानों में से हैं तो इस गलती को अभी सुधार लें। इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है बल्कि आप घर बैठे अपने मोबाइल से ही ठीक कर सकते हैं, अगर आपने पीएम किसान ऐप डाउन लोड किया है तो गलतियां सुधारना और भी आसान है। आइए जानें कैसे करें इन गलतियों को ठीक…
- PM-Kisan Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं। इसके फार्मर कॉर्नर के अंदर जाकर Edit Aadhaar Details ऑप्शन पर क्लिक करें।
- आप यहां पर अपना आधार नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें।
- अगर आपका केवल नाम गलत होता है यानी कि अप्लीकेशन और आधार में जो आपका नाम है दोनों अलग-अलग है तो आप इसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं।
- अगर कोई और गलती है तो इसे आप अपने लेखपाल और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें।
- इसके बाद भी न मिले पैसा तो क्या करें।
अगर आवेदन करने के बाद भी पैसा न मिले तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से जारी हेल्पलाइन (PM-Kisan Helpline 155261 या 1800115526 (Toll Free) पर संपर्क करें। वहां से भी बात न बने तो मंत्रालय के दूसरे नंबर (011-23381092) पर भी बात कर सकते हैं।
आज दूसरे दिन सोने के दाम और चांदी के दाम में आई तेजी
बता दें पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को 8.5 करोड़ किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना के तहत 2000 रुपये की छठी किस्त जारी की है। 8.55 करोड़ किसानों के खातों में 17 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने 1 लाख करोड़ रुपये की वित्त पोषण सुविधा का शुभारंभ किया। इस योजना की शुरुआत से अब तक लगभग 10 करोड़ किसानों को इसका फायदा मिला है। इस किस्त के बाद अब तक किसानों को करीब 92 हजार करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं।