Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी का विवादित बयान, सीएम केजरीवाल को बोला नमक हराम

मनोज तिवारी Manoj Tiwari

मनोज तिवारी

नई दिल्ली। नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इस बार दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए ये पर्व थोड़ा फीका पड़ने वाला है।

बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सार्वजनिक तौर पर छठ करने पर बैन लगा दिया है। जिसके कारण बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इतना ही नहीं आज रोष व्यक्त करते हुए सीएम केजरीवाल को नमक हराम तक कह दिया है।

मनोज तिवारी ट्वीट कर कहा कि कमाल के नमक हराम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

मनोज तिवारी ट्वीट कर कहा कि कमाल के नमक हराम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं। कोविड के सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन कर आप छठ नहीं करने देंगे और गाइडलाइंस सेंटर से मांगने का झूठा ड्रामा अपने लोगों से करवाते हैं, तो बताए ये 24 घंटे शराब परोसने के लिए परमिशन कौन सी गाइडलाइंस को फॉलो करके ली थी, बोलो सीएम।

20 नवंबर को छठ पूजा के लिए सार्वजनिक स्थलों पर कोई भीड़ जुटने की अनुमति नहीं

डीडीएमए ने अपने आदेश में कहा था कि 20 नवंबर को छठ पूजा के लिए सार्वजनिक स्थलों पर कोई भीड़ जुटने की अनुमति नहीं होगी। न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रह्मण्यम प्रसाद वाली एक पीठ ने कहा कि पूजा के लिए लोगों को जमा होने की अनुमति देने से संक्रमण का प्रसार हो सकता है। यह कहते हुए पीठ ने याचिका खारिज कर दी। पीठ ने कहा कि मौजूदा समय में इस तरह की याचिका जमीनी सच्चाई से परे है।

दिल्ली में छठ पूजा को लेकर राजनीति तेज

बता दें कि दिल्ली में छठ पूजा को लेकर राजनीति तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को दावा किया कि भाजपा राजनीति कर रही है और अरविंद केजरीवाल नीत सरकार पर दिल्ली में छठ पूजा को इजाजत नहीं देने के झूठे आरोप लगा रही है। आप की यह प्रतिक्रिया तब सामने आयी जब दिल्ली भाजपा ने यहां नदी तट, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा पर रोक हटाने की अपनी मांग तेज कर दी है। भाजपा के पूर्वांचल मोर्चा ने केजरीवाल के आवास के पास प्रदर्शन भी किया।

बिहार के नए शिक्षा मंत्री को नहीं आता राष्ट्रगान? कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर उठाए सवाल

नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ छठ पूजा

बता दें कि ‘छठ पर्व’ या ‘छठ व्रत’ सूर्य की उपासना का प्रतीक है। जिसमें व्रतधारी, व्रत के साथ ही विशेष स्वच्छता का ध्यान रखता है। बुधवार को नहाय खाय के साथ इस छठ पर्व की शुरूआत हो चुकी है। मालूम हो कि हर साल छठ व्रत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होती है। जिसे राजधानी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बसे पूर्वांचल के लोग काफी धूमधाम व विधि-विधान के साथ मनाते हैं। हालांकि इस बार कोरोना ने छठ व्रत पर भी ग्रहण लगा दिया है। सामूहिक रूप से मनाए जाने वाले इस त्योहार को लेकर अभी तक सरकार की ओर से हरी झंडी नहीं दिखाई गई है जिससे पूर्वांचल के लोगों में थोडा रोष व्याप्त है।

Exit mobile version