जिला प्रशासन ने गोमतीनगर स्थित ‘सन अस्पताल’ को आपदा एक्ट के तहत नोटिस थमाते हुए 24 घंटे में जवाब मांगा है। अस्पताल प्रबंधन पर आरोप है कि ऑक्सीजन न होने का भय दिखाकर मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। जिन मरीजों को भर्ती किया जा रहा है तो उनसे मनमाने तरीके से उगाही की जा रही है।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने इस मामले की जांच एसडीएम सदर प्रफुल्ल त्रिपाठी को सौंपी है। एसडीएम का इस प्रकरण में कहना है कि जांच के दौरान अस्पताल में काफी अनियमित्ताएं पायी गयी है। पर्याप्त ऑक्सीजन होने के बावजूद ऑक्सीजन नहीं होने का नोटिस देकर मरीजों पर दबाव बनाया जा रहा है।
नर्सिंग होम में लगी भीषण आग, सभी कोरोना मरीज सुरक्षित
उन्हें बेड खाली करने को कहा जा रहा है। साथ ही अस्पताल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है। ऐसे तमाम लोग कोविड वार्ड में बिना जांच के आ-जा रहे हैं। अधिक शुल्क लेने की भी शिकायत मिली है, जिसकी जांच की जा रही है। प्रशासन ने अस्पताल संचालक को आपदा एक्ट और भारतीय दंड संहिता 188 के तहत नोटिस भेजकर चौबीस घंटे में जवाब मांगा है।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन पर जो भी आरोप लग रहे हैं वो बिल्कुल निराधार है। अस्पताल में कोविड मरीज भर्ती हैं, उन्हें ऑक्सीजन देना है। जब प्रशासन से डिमांड की गई तो पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं और उल्टा नोटिस थमा रहे हैं।