नई दिल्ली। देश में आलू और प्याज की आसमान छूती कीमतों के बाद अब खाद्य तेलों के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार गरीब की दिवाली निराश और फीकी रहेगी।
नेहा कक्कड़ और रोहनप्रीत सिंह ने रोमांटिक डिनर डेट पर काटा केक
यह बात कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत में बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही है। उन्होंने कहा कि आलू प्याज और अन्य सब्जियों के दाम गरीब की पहुंच से पहले ही बाहर हो गए थे, लेकिन अब खाद्य तेलों के कीमतें भी आसमान छू रही हैं जिससे गरीब की दिवाली इस बार फीकी ही रहेगी।
बुलंदशहर में 25 हजार का इनामी बदमाश कपिल गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि खाद्य तेलों के दाम 33 से 40 फ़ीसदी तक बढ़ गये हैं। गरीबों के साथ अन्याय है और यह स्थिति सरकार की नीति के कारण पैदा हुई है। सरसों, सोयाबीन और दूसरे खाद्य तेलों के दाम में 40 फीसदी तक उछाल आया है, जिससे गरीबों के लिए जीना अब और मुश्किल हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के सभी प्रमुख देशों की तुलना में सबसे कमजोर है। सरकार कोविड आदि का सहारा लेकर इसकी जिम्मेदारी लेने से बच नहीं सकती है।