देवरिया। जिले के एक सरकारी स्कूल (School) में एक चौकाने वाला मामला उस समय सामने आया है जब DM ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया। यहां कक्षा 1 से 8 तक में इनरोल्ड महज 34 छात्रों को पढ़ाने के लिए 7 अध्यापकों की तैनाती की गई है। इनमें 5 अध्यापक और 2 शिक्षामित्र शामिल हैं जो काफी आश्चर्यजनक है।
निरीक्षण में एक शिक्षामित्र हस्ताक्षर कर गायब मिली। स्टूडेंट्स और टीचर्स के सरकारी मानक की बात करें तो प्राथमिक विद्यालय (School) में 30 बच्चों पर एक टीचर और उच्च प्राथमिक विद्यालय में 35 बच्चों पर एक टीचर का प्राविधान है। यह विद्यालय संविलियन विद्यालय है जो कक्षा 1 से 8 तक संचालित है।
DM जे पी सिंह ने बताया कि निरीक्षण में 34 बच्चे इनरोल्ड हैं और उसके सापेक्ष 19 बच्चे उपस्थित मिले। टीचरों की संख्या 7 है जो काफी आश्चर्यजनक है। इसके अलावा यहां मिशन काया-कल्प (Mission Kayakalp) के तहत कुछ भी काम नहीं हुआ है। खिड़कियां टूटी हैं, बाउंड्री नहीं है, टाईल्स नहीं लगे हैं। यहां पर एक अध्यापक के लिए पांच बच्चे भी नहीं हैं। इसमें परिवर्तन किया जाएगा और जो इसके लिए उत्तरदायी है उनकी जवाबदेही तय की जाएगी।
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गौरतलब है कि बैतालुपर विकासखंड स्थित संविलियन विद्यालय भगवानपुर के DM द्वारा शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया गया तो यह सामने आया कि यहां केवल 34 बच्चों का नामांकन है और उपस्थित 19 है। इसके अलावा यहां पर शिक्षा मित्र रूबी यादव हस्ताक्षर कर गायब मिलीं जिनका एक दिन का मानदेय काटने के निर्देश दिए गए। मिशन काया कल्प के 19 पैरामीटर्स हैं लेकिन कोई काम नहीं कराया गया है। यहां तक कि स्कूल की बाउंड्री वाल भी नहीं है।