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इस टेस्ट से करें हेल्थ चेकअप, जानिए घर पर कैसे पता करें बीमारी

urine test

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आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी और व्यस्त लाइफस्टाइल में यह कहना मुश्किल है कि कब कौन-सी बीमारी शरीर में घर कर जाए। कई बार तो कुछ बीमारियां चुपचाप शरीर में पनपने लगती हैं और जब तक लक्षण दिखते हैं, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। लेकिन अच्छी बात ये है कि अब आप एक बेहद आसान तरीका अपनाकर शरीर में पनप रही इन बीमारियों का शुरुआती संकेत घर बैठे ही पकड़ सकते हैं – और इसके लिए आपको कहीं बाहर जाने की भी ज़रूरत नहीं है।

यही है वह तरीका – यूरिन टेस्ट (Urine Test)

यूरिन टेस्ट (Urine Test) की मदद से आप किडनी, लिवर और शुगर जैसी बड़ी बीमारियों की शुरुआती पहचान कर सकते हैं। इतना ही नहीं, डिहाइड्रेशन, इंफेक्शन और अन्य छोटी लेकिन जरूरी समस्याएं भी इस टेस्ट से पकड़ में आ सकती हैं।

घर पर कैसे करें यूरिन टेस्ट (Urine Test)?

आजकल मार्केट में यूरिन टेस्ट स्ट्रिप्स (Urine Test Strips) बड़ी आसानी से मिल जाती हैं। आप इन्हें ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं या नजदीकी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं। ये स्ट्रिप्स कागज़ जैसी पतली होती हैं और जब आप इन्हें यूरिन में डुबोते हैं, तो इनका रंग बदलता है। हर रंग किसी खास पैरामीटर का संकेत देता है।

यूरिन टेस्ट (Urine Test) के ज़रूरी स्टेप्स:

– सुबह के पहले यूरिन का इस्तेमाल करें, क्योंकि यही सबसे सटीक रिजल्ट देता है।
– साफ कंटेनर में यूरिन लें।
– टेस्ट स्ट्रिप को 2-3 सेकंड के लिए यूरिन में डुबोएं।
– स्ट्रिप को निकाल कर 30-60 सेकंड के लिए हवा में सूखने दें।
– अब स्ट्रिप पर आया रंग टेस्ट किट के साथ दिए गए कलर चार्ट से मिलाएं और समझें कि क्या संकेत मिल रहे हैं।

जानिए किस रंग या पैरामीटर का क्या मतलब होता है:

ग्लूकोज (Glucose): हाई शुगर लेवल यानी डायबिटीज का संकेत।
प्रोटीन (Protein): किडनी में गड़बड़ी या डैमेज का लक्षण।
कीटोन (Ketone): डायबिटीज या ज्यादा समय तक भूखे रहने का असर।
नाइट्राइट (Nitrite): यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) का संकेत।
pH लेवल: यूरिन एसिडिक है या बेसिक – इससे शरीर के मेटाबोलिज्म की जानकारी मिलती है।
ब्लड (Blood): यूरिन में खून – पथरी या आंतरिक चोट का संकेत हो सकता है।

यूरिन टेस्ट से किन बीमारियों का पता चल सकता है?

– डायबिटीज (मधुमेह)
– किडनी इंफेक्शन या डैमेज
– यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)
– शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन)
– लिवर संबंधित परेशानियां
– पथरी या यूरिन में खून की समस्या

ध्यान देने योग्य बातें:

– टेस्ट से ठीक पहले बहुत अधिक पानी न पिएं, नहीं तो यूरिन पतला हो सकता है और रिजल्ट प्रभावित हो सकता है।
– स्ट्रिप्स को कभी भी गीली, गर्म या धूप वाली जगह पर न रखें – इससे उनकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।
– कलर चार्ट से मिलान करते वक्त धैर्य रखें और ध्यान से तुलना करें।
– अगर टेस्ट में कोई भी असामान्य परिणाम आए तो खुद इलाज न करें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

इस आसान सी प्रक्रिया को अपनाकर आप घर बैठे ही अपनी सेहत का शुरुआती जायजा ले सकते हैं और ज़रूरत पड़ने पर समय रहते उचित इलाज शुरू कर सकते हैं। हेल्दी रहें, सतर्क रहें!

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