हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का पर्व मनाया जाता है। अक्षय तृतीया को आखा तीज भी कहा जाता है। इस साल अक्षय तृतीया पर बुधवार के साथ रोहिणी नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है, जिसे अत्यंत शुभ माना गया है। इस दिन मां लक्ष्मी के पूजन का विधान है। यह दिन किसी नए काम की शुरुआत के लिए भी शुभ माना गया है। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की भी परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन खरीदे गए स्वर्ण यानी सोने का कभी क्षय नहीं होता है, उसमें हमेशा वृद्धि होती है। जानें अक्षय तृतीया के दिन क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं-
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) 2025 कब है-
ज्योतिर्विद पंजित दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार, अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का पावन पर्व वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि 30 अप्रैल दिन बुधवार को मनाया जाएगा। यद्यपि कि श्री परशुराम जन्मोत्सव प्रदोष संध्याकाल में तृतीया तिथि मिलने के कारण 29 अप्रैल को ही मनाया जाएगा। तृतीया तिथि का आरंभ 29 अप्रैल को रात में 8:12 बजे से आरंभ होकर 30 अप्रैल को सायं काल 6 बजे तक व्याप्त होगा। अतः 30 अप्रैल को संध्या कालीन प्रदोष नहीं मिलने के कारण श्री परशुराम जन्मोत्सव 29 अप्रैल को ही मनाया जाएगा।
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर क्या खरीदना चाहिए-
अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी के आभूषण, पीतल-कांसे के बर्तन, भूमि, भवन व वाहन, नए वस्त्र, किताबें, फर्नीचर आदि चीजों की खरीदारी कर सकते हैं।
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर क्या नहीं खरीदना चाहिए-
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर एल्युमिनियम, स्टील या प्लास्टिक के बर्तन खरीदने से बचना चाहिए। इस दिन किसी को रुपए पैसे देने व लेने से भी बचना चाहिए। अक्षय तृतीया पर कांटे वाले पेड़-पौधों व काले रंग के वस्त्रों की खरीदारी करना अशुभ माना गया है।
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पूजन मुहूर्त 2025:
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर पूजन का शुभ मुहूर्त 30 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। पूजन की कुल अवधि 06 घंटे 37 मिनट की है।