मकर संक्रांति (Makar Sankranti) इस बार 14-15 जनवरी को मनाई जा रही है। इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं, यानि मकर राशि में प्रवेश करते हैं और एक महीने तक रहते हैं। सूर्य देव की गति उत्तरायण होती है, जिसे दान, स्नान के लिए शुभ माना जाता है। ज्योतिष में इस दिन कुछ कामों को करना शुभ माना गया है तो वहीं कुछ कार्यों को वर्जित किया गया है। मकर संक्रांति के दिन स्नान से पहले कुछ भी खाना नहीं चाहिए। आइए जानते हैं इस दिन कौन से कार्यों को करने से करें परहेज….
ना करें ये भूल-
रोज की तरह कुछ लोग मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन भी सुबह उठते ही चाय और स्नैक्स खाना शुरू कर देते हैं। लोग सोचते हैं कि इस दिन सिर्फ गंगा या पवित्र नदियों में ही स्नान का महत्व है, लेकिन ऐसा नहीं है। मकर संक्रांति के शुभ दिन बिना स्नान किए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। घर पर पानी में काले तिल, हल्का गुड़ और गंगाजल मिलाने के बाद स्नान जरूर करना चाहिए।
ये कार्य वर्जित
1- मकर संक्रांति के दिन लहसुन, प्याज और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। मकर संक्रांति का पर्व सादगी के साथ मनाना चाहिए।
2- यह प्रकृति का त्योहार है और हरियाली का उत्सव। अत: इस दिन फसल काटने के काम को टाल देना चाहिए।
3- मकर संक्रांति के दिन अपनी वाणी पर संयम रखें और गुस्सा ना करें। किसी को बुरे बोल ना बोले सबके साथ मधुरता का व्यवहार करें।
4- मकर संक्रांति के दिन आप किसी भी तरह का नशा नहीं करें। शराब, सिगरेट, गुटका आदि जैसे सेवन से आपको बचना चाहिए।
5- इस दिन मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर क्या करें
1- मकर संक्रांति के दिन अगर कोई भी आपके घर पर भिखारी, साधु या बुजुर्ग आए अपनी सामर्थ्य के अनुसार कुछ ना कुछ दान अवश्य करें।
2- मकर संक्रांति के दिन सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पूजा-पाठ करें।
3- इस दिन तिल, मूंग दाल की खिचड़ी इत्यादि का सेवन करना चाहिए और इन सब चीजों का यथाशक्ति दान करना चाहिए।
4- मकर संक्रांति के दिन काले तिल दान का विशेष महत्व है। ऐसा करने से शनि देव और सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
5- मकर संक्रांति के दिन खाने में भी सात्विकता का पालन करें।