हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi) का व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म में यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित मानी जाती है। इस दिन कई लोग निर्जला व्रत भी रखते हैं। ऐसे में व्यक्ति को एकादशी तिथि के दिन कुछ कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए अन्यथा अशुभ परिणाम मिलने लगते हैं।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारम्भ 18 मई को प्रातः 09:52 बजे से हो रही है। वहीं, यह तिथि 19 मई को दोपहर 12:20 बजे समाप्त होगी। ऐसे में मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi) व्रत उदया तिथि के अनुसार 19 मई, रविवार को रखा जाएगा।
न करें चावल का सेवन
एकादशी के दिन भूलकर भी चावल या चावल से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपने एकादशी का व्रत नहीं भी किया है, तो भी आपको इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन आप सात्विक भोजन ही करें।
नहीं तोड़ें तुलसी के पत्ते
एकादशी तिथि के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए और न ही तुलसी को जल चढ़ाना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि एकादशी के दिन तुलसी माता भी भगवान विष्णु के लिए एकादशी का व्रत रखती हैं।
न कहें किसी को भी अपशब्द
एकादशी के दिन किसी से झगड़ा नहीं करना चाहिए और न ही किसी को अपशब्द कहना चाहिए। इस दिन जितना हो सके भगवान की पूजा में समय व्यतीत करें। साथ ही अगर आप एकादशी के दिन किसी बुजुर्ग या महिला का अपमान करते हैं, तो आपको एकादशी का लाभ नहीं मिलता है।