हिंदू शास्त्रों में हफ्ते का हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता को समर्पित है और शुक्रवार को मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है। मान्यता है कि शुक्रवार को मां वैभव लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से मां खुश होकर अपने भक्तों को आर्शीवाद देती हैं। मां लक्ष्मी खुश की भक्तिभव से अराधना करने से जीवन में खुशहाली बनी रहती है और घर में सुख-शांति बरकरार रहती है।
शास्त्रों में मां लक्ष्मी को धन की देवी भी कहा गया है और मान्यता है कि शुक्रवार को मां की अराधना करने से कभी धन की समस्या नहीं होती और मां की कृपा बनी रहती है। अगर आप भी शुक्रवार का व्रत या उपासना करते हैं तो आपको कुछ बातों को खास ख्याल रखना चाहिए। इस दिन गलती से भी आपको ऐसे काम नहीं करने चाहिए कि मां नाराज हो जाएं।
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शुक्रवार को ना करें ये पांच काम
न किसी को उधार दें और न लें- मान्यता है कि इस शुक्रवार के दिन किसी को कर्ज देने से मां लक्ष्मी नाराज होती है। इसलिए इस दिन भूलकर भी न तो किसी को पैसे उधार दें और न ही किसी से पैसे लें।
भूलकर भी न करें अपमान- मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो ध्यान रखें शुक्रवार के दिन भूलकर भी किसी महिला, कन्या या किन्नर का अपमान न करें। महिलाओं को अपमान करने पर मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और आप उनके आर्शीवाद से वंचित हो सकते हैं।
मांसाहार का सेवन न करें- शुक्रवार के दिन मांसाहार और शराब का सेवन न करें। क्योंकि इससे घर वातावरण अशुद्ध होता है और मां लक्ष्मी नाराज होती हैं। इस दिन केवल सात्विक भोजन का सेवन ही करना चाहिए।
रात को जूठे बर्तन न छोड़े- वैसे तो कभी भी रात को रसोई में जूठे बर्तन नहीं छोड़ने चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि खासतौर पर शुक्रवार को ये गलती न करें। मान्यता है कि मां लक्ष्मी रात के समय घर में प्रवेश करती हैं और गंदगी से नाराज होती हैं।
चीनी दान न करें- व्रत व उपवास में दान करने की प्रथा होती है। लेकिन शुक्रवार के दिन दान करते समय ध्यान रखें कि इस दिन चीनी का दान नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन चीनी दान करने से शुक्र कमजोर होता है और शुक्र को भौतिक सुखों का स्वामी माना जाता है। शुक्र के नाराज होने से भौतिक सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है।