बेटी को विदा (Vidayi) करते समय हर पिता का अरमान होता है कि वो खुश रहे और उसकी जिंदगी में किसी तरह की कोई परेशानी ना आए , इसलिए अपनी बेटी को कुछ चीजें देते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
विदा (Vidayi) करते समय कई परंपराएं भी निभाई जाती हैं, क्योंकि बेटी आपके घर की लक्ष्मी थी, उसके घर से जाने के बाद आपके घर में मां लक्ष्मी का निवास रहे, इसलिए कई परंपराएं और कुछ बातें मानी जाती हैं। यहां जानें क्या हैं वो बातें
बेटी के विवाह के समय की रस्में
सबसे पहले तो बेटी की विदाई के समय चावल गिराने की रस्म होती है। जिसमें बेटी अपने आगे से पीछे की ओर चावल गिराती हुई आगे चलती है। इसका अर्थ होता है कि उसके जाने के बाद भी घर धन-धान्य से भरा रहे।
बेटी को विदा (Vidayi) के समय ना दें ये चीजें
शादी के समय बेटी को उपहार के तौर पर कुछ न कुछ दिया जाता है। यहां हम उन चीदों की लिस्ट बता रहे हैं, जिन चीजों को बेटी को उपहार में नहीं देना चाहिए। बेटी को विदा के समय इन चीजों को देना गलत माना जाता है। आइए जानें वो चीजें कौन सी हैं।
अचार
आचार्य मुकुल रस्तोगी के अनुसार बेटी को विदाई (Vidayi) में अचार नहीं देना चाहिए, क्योंकि यह खट्टा होता है और रिश्तों में खटास पैदा करता है। इसके अलावा भी कहा जाता है कि किसी भी रिश्तेदारी में पहली बार अचार नहीं खिलाया जाता है। इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है।
सुई या कोई भी नुकीली चीज
बेटी को विदाई में सुई या कोई भी नुकीली चीज न दें। इससे रिश्तों में कटुता बढ़ सकती है। इसका अर्थ है चाकू का सेट, कोई औजार आदि देने से बचना चाहिए। वास्तु के अनुसार कहा जाता है कि नुकीली चीजें देने से दो परिवारों के बीच रिश्तों में खटास आती है। विदाई में गैस का चूल्हा नहीं देना चाहिए। यह उसको खुद ही खरीदना चाहिए। कहा जाता है कि गैस चूल्हा भी लड़कियां अपने घर से नहीं लाती हैं।
झाड़ू
झाड़ू कभी भी नहीं देनी चाहिए। ऐसा करने से उसके पारिवारिक जीवन में सुख की कमी हो सकती है। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसलिए अपने घर की बेटी को विदा के समय झाड़ू नहीं दी जाती है। इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।