सनातन धर्म में तुलसी (Tulsi) के पौधे का महत्व है। हर घर में तुलसी के पौधे को पूजा जाता है। यह माना जाता है कि तुलसी का पौधा घर में शांति को लेकर आता है। वास्तु में तुलसी के पौधे को ध्यान रखकर कई नियम हैं, जिनका पालन करना चाहिए। खरमास शुरू होने के बाद शुभ कार्य बंद हो जाता है, लेकिन पूजा होती है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि खरमास के दिनों तुलसी के पास कुछ चीजें नहीं होनी चाहिए। इनका चीजों का रखना अशुभ होता है।
तुलसी (Tulsi) के पास न रखें शिवलिंग
तुलसी जी को भूलकर भी शिवलिंग के पास नहीं चाहिए। इसके पीछे एक कहानी है कि तुलसी जी पूर्व जन्म में जालंधर नाम के राक्षस की पत्नी थी। उनका नाम वृंदा था। इस राक्षस को भगवान शिव ने ही मारा था, इसलिए तुलसी दल के करीब भगवान शिव को नहीं रखना चाहिए।
कांटेदार पौधे न लगाएं
तुलसी के पास कांटेदार पौधों को लगाने से बचना चाहिए। इससे राहुदोष को होता है और तुलसी जी को नाराज करता है। ऐसे में इसका ध्यान रखना चाहिए।
जूते-चप्पल न रखें
तुलसी के पास हमेशा साफ-सफाई रखनी चाहिए। ऐसे में ध्यान दें कि जूते-चप्पल तुलसी के पास न उतारें। झाड़ू भी तुलसी के पास नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से घर की सुख-शांति खत्म हो जाती है।
तुलसी (Tulsi) को न लगाएं सिंदूर
खरमास में तुलसी को सिंदूर नहीं लगाना चाहिए। खरमास में शुभ कार्य करने की मनाही होती है। ऐसे में यह भूलकर भी न करें।
तुलसी (Tulsi) के पत्ते न तोड़ें
खरमास में एक बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि हमें तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए। तुलसी के पत्ते को तोड़ने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।