• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

देवशयनी एकादशी व्रत में में न करें यह गलती, जान लें नियम!

Writer D by Writer D
02/07/2025
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Parivartini Ekadashi

Parivartini Ekadashi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) को साल की सबसे बड़ी एकादशी माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवशयनी एकादशी व्रत करने वालों को चातुर्मास में विष्णु जी की पूजा और जप-तप करने के बराबर फल मिलता है। यही कारण है कि लोग देवशयनी और देवउठनी एकादशी का व्रत जरूर रखते हैं। आषाढ़ शुक्ल एकादशी तिथि पर देवशयनी मनाई जाती है, जिसे हरिशयनी एकादशी भी कहते हैं।

इस तिथि से भगवान विष्णु विश्राम करने चले जाते हैं और सृष्टि का संचालन शिव जी करते हैं। लेकिन देवशयनी एकादशी का व्रत करने से पहले इसके नियमों के बारे में जरूर पता होना चाहिए। ज्यादातर लोग देवशयनी एकादशी व्रत में खास गलती जरूर करते हैं। आइए जानें कि देवशयनी एकादशी के व्रत के क्या नियम हैं।

देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) 2025 में कब है?

इस साल देवशयनी एकादशी का व्रत 6 जुलाई 2025 को रखा जाएगा। इस दिन से चातुर्मास शुरू हो जाएंगे और 4 महीने के लिए सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे।

देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) व्रत नियम

देवशयनी एकादशी व्रत रखने के लिए दशमी तिथि की रात से ही अन्न का सेवन न करें और न घर में चावल बनाएं।

ज्यादातर लोग एकादशी का उपवास तो करते हैं लेकिन दोपहर के समय बिस्तर पर आराम करते हैं या सो जाते हैं।

एकादशी व्रत में ऐसा करना गलत माना जाता है, क्योंकि यह दिन विष्णु जी की भक्ति का दिन है और विश्राम करने से आलस्य लाता है।

ऐसा कहा जाता है कि एकादशी व्रत का संपूर्ण फल तभी मिलता है जब इस तिथि पर रात्रि जागरण कर श्रीहरि का भजन, पूजन किया जाए।

ज्यादातर लोग एकादशी वाले दिन रात के समय सो जाते हैं, जो कि गलत माना जाता है। एकादशी व्रत में ज्यादा से ज्यादा समय भक्ति में लगाएं।

अगर किसी कारणवश एकादशी व्रत टूट जाए तो विष्णु जी की उपासना करते हुए क्षमा-याचना करनी चाहिए।

Tags: Devshayani Ekadashi
Previous Post

सावन में भोलेनाथ भर देंगे आपकी झोली, इन जगहों पर जलाएं दीपक

Next Post

मॉनसून में मसालों में लग जाते हैं कीड़े, तो आज़माएं ये उपाय

Writer D

Writer D

Related Posts

AK Sharma
Main Slider

विकास का हर कार्य जनता की सुविधा और सम्मान के लिए समर्पित है: एके शर्मा

01/11/2025
CM Dhami
राजनीति

राज्य स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का मिलेगा मार्गदर्शन- मुख्यमंत्री

01/11/2025
CM Dhami reached among the disaster-affected families
Main Slider

इगास पर्व पर रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित परिवारों के बीच पहुँचे मुख्यमंत्री

01/11/2025
CM Yogi
Main Slider

दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में एहसास करा रहा भारत : मुख्यमंत्री

01/11/2025
PM Modi inaugurated the Shanti Shikhar Bhawan of Brahma Kumaris
Main Slider

शांति शिखर सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मकता और आत्मबल जगाने का प्रतीक: पीएम

01/11/2025
Next Post
Spices

मॉनसून में मसालों में लग जाते हैं कीड़े, तो आज़माएं ये उपाय

यह भी पढ़ें

Abhishek Prakash

प्राइवेट अस्पताल के डाक्टर-कर्मचारी भी सीएमओ से लेंगे छुट्टी : लखनऊ डीएम

13/04/2021

भगवामाय हुई राम की नगरी, सीएम योगी के रोड शो में हुई फूलों की बारिश

24/02/2022
मधुमक्खियों का हमला

कुशीनगर : मधुमक्खियों ने महिला पर किया हमला, इलाज के दौरान हुई मौत

14/09/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version