वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधों (Plants) को महत्वपूर्ण बताया गया है। पौधों को घर में लगाने से हरियाली के साथ-साथ उनकी ऊर्जा भी घर में प्रवाहित होती है। कई पौधे सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं, लेकिन वे तभी फायदा देते हैं, जब उन्हें सही दिशा में लगाया जाए। सही दिशा में न लगाने पर वे पौधे सूख जाते हैं और फिर बुरी शक्तियां घर पर में आती हैं। तुलसी समेत 5 पौधों को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। यह दिशा मृत्यु के देवता यमराज की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में पौधे लगाने पर अशुभ प्रभाव बढ़ जाता है। आइए, जानते हैं कि वे पौधे कौन-से हैं।
रोजमेरी का पौधा (Rosemerry Plants)
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, रोजमेरी गुणकारी पौधा है। इस पौधे के लिए दक्षिण दिशा वर्जित मानी गई है। अगर आप इस पौधे के दक्षिण दिशा में लगाते हैं, तो घर में अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है। आप इस पौधे को पूर्व दिशा में लगाएं। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है।
केले का पौधा (Banana Plants)
मान्यता के अनुसार केले में भगवान विष्णु का वास होता है। प्रत्येक गुरुवार इस पौधे की पूजा की जाती है। इस पौधे को लगाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि यह घर के अंदर नहीं, बल्कि बाहर ही लगे। इसकी दिशा दक्षिण नहीं होनी चाहिए। इस पौधे के पूर्व या उत्तर दिशा में लगा सकते हैं।
तुलसी का पौधा (Tulsi Plants)
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को सबसे पवित्र माना गया है। कहा जाता है कि इस पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। तुलसी का पौधा दक्षिण दिशा में लगाना वर्जित माना गया है। इस पौधे को हमेशा पूर्व दिशा में लगाया जाना चाहिए। ऐसा करने से यह पौधा लंबी अवधि तक जीवित रहता है।
मनी प्लांट (Money Plants)
मनी प्लांट के पौधे का संबंध शुक्र ग्रह से होता है। कहा जाता है कि जिस घर में मनी प्लांट का पौधा लगा हो, वहां हमेशा धन-दौलत बनी रहती है। इस पौधे को लगाने के लिए दक्षिण दिशा वर्जित मानी गई है। मनी प्लांट को आप पूर्व या उत्तर दिशा में लगा सकते हैं। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
शमी का पौधा (Shami Plants)
शमी का पौधा न्याय के देवता शनि को प्रिय होता है। कहा जाता है कि यह एक दैवीय पौधा होता है, जो बहुत गुणकारी होता है। इस पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से अशुभ प्रभाव होता है। आप इसे ईशान या पूर्व दिशा में लगा सकते हैं।