हर साल माताएं अपने संतान की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए सकट चौथ (Sakat Chauth) का व्रत रखती है। यह व्रत माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन को लंबोदर संष्टी चतुर्थी, माघी चतुर्थी और तिलकुटा चौथ के नाम से भी जाना है। दृक पंचांग के अनुसार, इस साल 14 जनवरी 2025 को सकट चौथ है।
सकट चौथ का दिन गणेशजी की पूजा-आराधना के लिए समर्पित माना जाता है। इस दिन माताएं अपन परिवार की सलामती के लिए गणेशजी की विधि-विधान से पूजा करती हैं और उन्हें तिल-गुड़ से तैयार लड्डू इत्यादि का भोग लगाती है। तिलकुटा चौथ के दिन गणेशजी को भी प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं।
आइए जानते हैं सकट चौथ (Sakat Chauth) के कुछ खास उपाय
सकट चौथ (Sakat Chauth) 2025 के उपाय
सकट चौथ (Sakat Chauth) के दिन गणेशजी की विधिवत पूजा करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तिल चतुर्थी के दिन गणेशजी को तिल और गुड़ से बने प्रसाद का भोग लगाने से वह प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं।
तिलकुट चतुर्थी के दिन गणेशजी के बीज मंत्र ऊँ गं गणपतये नमः का 108 बार जाप कर सकते हैं। मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से जीवन के सभी दुख-संकट और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। विद्यार्थियों के लिए इस मंत्र का जाप अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
गणेशजी को दूर्वा अतिप्रिय है। अगर आप लंबे समय से किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा को 11 दूर्वा घास अर्पित कर सकते हैं। मान्यता है कि गणेशजी को दूर्वा घास चढ़ाने से जीवन की सभी कठिनाई दूर होती है। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है और जीवन में सुख-शांति का वास होता है।
सकट चौथ के दिन गणेशजी की पूजा के दौरान संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन के सभी दुख-कष्ट और बाधा समाप्त होती है।
गणेशजी को पीला रंग बेहद प्रिय है। ऐसे में सकट चौथ के दिन गणेशजी को प्रसन्न करने और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उन्हें पीला वस्त्र अर्पित कर सकते हैं। ज्योतिष में पीले रंग को सुख-समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना गया है।