माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ ही गुप्त नवरात्र आरंभ हो जाएगा। इस अवसर पर माता के भक्त नौ दिनों की विशेष पूजा करेंगे। खास कर तंत्र-मंत्र और सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए इस नवरात्र में भक्त विशेष रूप से माता के विविध रूप की आराधना करते हैं। यह नवरात्र माघ माह के शुक्ल पक्ष में 30 जनवरी से आरंभ होकर सात फरवरी को समाप्त होगा। सनातन धर्म में मनाया जानेवाला यह नवरात्र वर्ष में चार बार मनाया जाता है। इसमें चैत्र और आश्विन महीनें में मनाया जानेवाला नवरात्र मनाने का प्रचलन है। जबकि माघ और आषाढ़ महीने में मनाया जानेवाला नवरात्र को गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri) भी कहा जाता है।
गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) आज से:
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 जनवरी की संध्या 6 बजकर 2 मिनट पर होगी। जबकि यह 30 जनवरी की सायंकाल 4 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) गुरुवार से आरंभ होगी।
पंडित रामदेव पांडेय के अनुसार, इस नवरात्रि में भक्त यदि अपनी राशि के अनुसार माता की पूजा व उपाय करें तो उनकी मनवांछित मनोकामना पूरी होगी। उनके अनुसार विभिन्न राशि के लोगों के लिए अलग-अलग पूजा पद्धति है।
मेष – नवरात्र के दिन नौ कन्याओं को लाल चुनरी और मिठाई भेंट करने धन संबंधी समस्या दूर होगी।
वृषभ – प्रतिदिन मां की पूजा कर दुर्गा चालीसा का पाठ करने से सुख शांति आएगी।
मिथुन– हरी चुनरी और हरा चूड़ा चढ़ाने से मनवांछित मनोकामना पूरी होगी।
कर्क– धन लाभ के लिए गुप्त नवरात्रि के दौरान हवन करें और खीर-शहद की आहूति दे।
सिंह– जीवन में सकारात्मक उर्जा के लिए मां दुर्गे का नवार्णमंत्र का जाप करें।
कन्या– घर गृहस्थी में खुशी बने रहने के लिए नौ दिनों तक दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
तुला– विभिन्न परेशानियों से छुटकारा के लिए नारियल चढ़ा कर इसे गरीब को दान करें।
वृश्चिक– जीवन में खुशहाली के लिए नवरात्र के दौरान हनुमानजी को पान का बीड़ा अर्पित करें।
धनु– जीवन में सुख शांति के लिए 21 गोमती चक्र और तीन नारियल मां दुर्गा को अर्पित करें।
मकर– सभी परेशानियों से छुटकारा के लिए शिवलिंग पर लौंग का जोड़ा चढ़ाए।
कुंभ– सुख समृद्धि के लिए नौ दिन दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
मीन– मां दुर्गा को शृंगार का सामान चढ़ाएं।