हिन्दू धर्म में दर्श अमावस्या (Darsh Amavasya) पितरों को समर्पित एक अत्यंत महत्वपूर्ण तिथि है। इस दिन रात के समय किए गए कुछ विशेष उपाय आपके बिगड़े कामों को बनाने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने में बहुत प्रभावी माने जाते हैं। दर्श अमावस्या की रात में किए जाने वाले उपाय मुख्य रूप से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने, नकारात्मकता को दूर करने और चंद्र दोष को शांत करने से संबंधित होते हैं, जो आपके रुके हुए कार्यों को गति देते हैं। यहां एक ऐसा प्रभावी उपाय बताया गया है, जिसको करने से आपके सभी बिगड़े हुए काम बनने लगेंगे।
पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और इसे भगवान विष्णु, ब्रह्मा और शिव का वास माना जाता है। साथ ही, यह पितरों का भी प्रिय वृक्ष है। अमावस्या की रात पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना पितरों को शांति प्रदान करता है और उनकी कृपा से आपके बिगड़े काम बनने लगते हैं।
दर्श अमावस्या (Darsh Amavasya) की रात करें ये काम
– दर्श अमावस्या (Darsh Amavasya) की रात के समय स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
– एक सरसों के तेल का दीपक तैयार करें। इसमें थोड़ा सा काला तिल भी डाल सकते हैं।
– अपने घर के पास स्थित किसी पीपल के पेड़ के पास जाएं।
– दीपक को पेड़ के नीचे या उसके पास किसी साफ जगह पर रखें और जलाएं।
– दीपक जलाते समय और उसके बाद, अपने पितरों का स्मरण करें, उनसे अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें और उनसे आशीर्वाद मांगें।
– अपनी मनोकामना या जिस बिगड़े काम को आप बनाना चाहते हैं, उसके लिए सच्चे मन से प्रार्थना करें।
– प्रार्थना करते समय पूरी श्रद्धा और विश्वास रखें कि आपकी पुकार सुनी जाएगी।
– दीपक जलाने के बाद पीपल के पेड़ की 7 या 11 बार परिक्रमा भी कर सकते हैं।
मिलते हैं ये लाभ
ऐसी मान्यता है कि जब आप पीपल के नीचे दीपक जलाकर पितरों का स्मरण करते हैं, तो उनकी आत्मा को शांति मिलती है। प्रसन्न पितर अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं, जिससे उनके जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और बिगड़े काम बनने लगते हैं। अमावस्या की रात को नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है। दीपक की रोशनी और पीपल की सकारात्मक ऊर्जा मिलकर इस नकारात्मकता को दूर करती है, जिससे आपके रास्ते में आने वाली रुकावटें हट जाती हैं।
गरीबों के जरूर दें दान
अमावस्या (Darsh Amavasya) के दिन अपनी सामर्थ्य के अनुसार गरीबों, ब्राह्मणों या ज़रूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या धन का दान करें। काले तिल का दान पितरों की शांति के लिए बहुत शुभ होता है। रात के समय शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें। ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें। यह भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है। यह उपाय सरल है, लेकिन इसे पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करने पर ही इसका पूरा फल मिलता है।