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सोमवती अमावस्या पर राशि के अनुसार करें ये दान, कुंडली में विषयोग से भी मिलेगी मुक्ति

Sarva Pitru Amavasya

Sarva Pitru Amavasya

भाद्रपद कृष्ण पक्ष अमावस्या (Somvati Amavasya) सोमवार को तो है परंतु उसका प्रभाव मंगलवार को सुबह 6 बजे तक व्याप्त रहेगा इस कारण से सूर्योदय 5:45 पर हो जाएगा इस कारण से उदयकालिक तिथि में मंगलवार को भी अमावस्या पड़ रही है, इस कारण से यह सहयोग भव्वती अमावस्या का सहयोग बना रहा है। अगर जन्म कुंडली में चंद्रमा किसी भी तरीके से पाप पीड़ित हैं।

कुंडली में विष योग का निर्माण हुआ है तो इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से विष योग जैसे दुर्योगों के प्रभाव से मुक्ति मिलती है और मन को शांति प्राप्त होती है। ऐसा करने से चंद्रमा के शुभ प्रभाव से मानसिक स्थिरता प्राप्त होता है। इस दिन स्नान और दान का भी फल मिलता है।

सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) के दिन राशि के अनुसार दान करना विशेष रूप से लाभदायक होता है :-

मेष राशि :- हरी मूंग एवं चने का दाल दान

वृष राशि :- चने की दाल एवं भगवान शिव को गाय का दूध अर्पित करें

मिथुन राशि :- लाल मसूर की दाल एवं भगवान शिव को चंदन चढ़ाएं।

कर्क राशि :- हरी मूंग का दान करें तथा भगवान शिव पर शमी पत्र चढ़ाएं।

सिंह राशि :- काला तिल दान करें तथा भगवान शिव पर दूध चढ़ाएं।

कन्या राशि :- लाल मसूर की दाल का दान करें एवं भगवान शिव को लाल चंदन गंगा जल में मिलाकर स्नान कराएं।

तुला राशि :- चने की दाल एवं पीला वस्त्र भगवान शिव को अर्पित करें।

वृश्चिक राशि :- गोदान करें एवं भगवान शिव पर तिल एवं गुण चढ़ाएं।

धनु राशि :- चावल चीनी एवं दूध भगवान शिव को अर्पित करें तथा चावल का दान करें।

मकर राशि :- पीले वस्त्र का दान करें तथा भगवान शिव को पीला पुष्प अर्पित करें।

कुंभ राशि :- चावल का दान करें एवं भगवान शिव को दूध अर्पित करें।

मीन राशि :- भगवान शिव को सेंट चढ़ाएं एवं गेहूं का दान करें।

मंगलवार के दिन अमावस्या तिथि पड़ने के कारण इस दिन भगवान शिव के रुद्र अवतार हनुमान जी महाराज की पूजा उपासना करने से जीवन में समस्याओं से मुक्ति मिलती है तथा सुख में वृद्धि होता है। इस दिन भी गंगा स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन पितरों के निमित्त दान करने से तथा भगवान शिव की आराधना करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है तथा समस्याओं का निराकरण हो जाता है। विष्णु पुराण के अनुसार देखा जाए तो मंगलवार की अमावस्या पर व्रत करने से न केवल श्री हनुमान जी महाराज की कृपा प्राप्त होती है बल्कि ग्रहो में सूर्य , पंच तत्वों में अग्नि, देवताओं में इंद्र, रुद्र, अश्विनी कुमार सहित पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

मंगलवार की अमावस्या के दिन हनुमान जी की उपासना के साथ-साथ ऋण मोचक मंगल का पाठ करने से तथा मंगल के मत्रों का जप करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है तथा धन्य-धान्य की वृद्धि होती है। वैवाहिक जीवन सफल होता है। शारीरिक क्षमताओं में वृद्धि होती है। घर में कल क्लेश दूर होता है।

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