Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

सावन के आखिरी सोमवार पर जरूर करें ये काम, भोलेनाथ की कृपा से बनेंगे धनवान

Guru Pradosh

Guru Pradosh

सावन ( Sawan) का महीना भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। वहीं सोमवार का दिन भी भोलेनाथ को समर्पित है होता है। इसलिए सावन में पड़ने वाले सोमवार का बहुत अधिक महत्व माना जाता है। सावन के महीने में भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु विशेष रूप से सोमवार का व्रत रखते हैं और शिवलिंग पर जल, दूध, और बेलपत्र चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।

माना जाता है कि सोमवार के व्रत करने से भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। सावन के सोमवार को व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि आती है, साथ ही यह व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए उत्तम वर की प्राप्ति के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं, सावन के अंतिम और 5वें सोमवार को भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए क्या कार्य करने चाहिए।

सावन ( Sawan) के 5वें सोमवार पर करें ये उपाय

– सावन ( Sawan) सोमवार के दिन भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए और व्रत रखना चाहिए और शाम के समय भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के बाद व्रत खोलना चाहिए।

– सावन ( Sawan) के सोमवार को सुबह स्नान करके शिवलिंग पर जल और दूध चढ़ाएं। इसके साथ ही बेलपत्र, धतूरा, और भस्म भी अर्पित करें। मान्यता के अनुसार, ये सब चीजें भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं।

– सावन के सोमवार को महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करें। इससे रोगों से मुक्ति मिलती है और लंबी आयु प्राप्त होती है।
मंत्र- “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

– सावन ( Sawan) के सोमवार को रुद्राभिषेक का जरूर करना चाहिए। इसके लिए दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल का प्रयोग करें। रुद्राभिषेक से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।

– सावन के सोमवार को शिव पुराण और शिव चालीसा का पाठ भी करना चाहिए। इसके बाद भगवान शिव की आरती करनी चाहिए।

– सावन के सोमवार को शिवलिंग पर शमीपत्र अर्पण करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी बाधाएं दूर करते हैं।

– इस दिन किसी शिव मंदिर में जाकर दर्शन और पूजा अर्चना करें और गरीबों को भोजन, वस्त्र या धन दान में दें।

Exit mobile version