उत्तर प्रदेश सरकार कोविड-19 की तीसरी लहर को रोकने के लिए अस्पतालों में पीकू वार्ड बना रही है और तैयारी कर रही है।
वहीं दूसरी तरफ लखनऊ के डॉक्टर दंपत्ति ने अपनी दो जुड़वा बेटियों को कोविड वैक्सीन का ट्रायल डोज लगवाया है। दोनों ही बच्चियों की उम्र साढ़े 9 साल है और वे सुरक्षित हैं। डॉक्टर दंपत्ति का कहना है अगले डेढ़ महीने तक हम उन्हें सुरक्षित रखेंगे। घर से बाहर नहीं निकालेंगे क्योंकि वैक्सीन का ट्रायल उनके ऊपर हुआ है।
उनका कहना है कानपुर के अस्पताल में वैक्सीन ट्रायल की गई है। दोनों बेटियां हेमाक्षी और डालिमा सुरक्षित हैं। आज उन्होंने ऑनलाइन क्लासेज भी अटेंड की है। उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। उनका कहना है कि अब डेढ़ महीने तक हम देखेंगे क्योंकि तीसरी वेव आने से पहले यह जरूरी था। हम बच्चियों को घर में ही रख रहे हैं।
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बच्चियों के माता-पिता डॉ विपुल शाह और उनकी पत्नी दोनों ही मेडिकल से जुड़े हुए लोग हैं। उन्होंने बताया कि फेसबुक पर डाक्टरों का एक पेज है। इस पेज पर देश भर के करीब 10,000 चिकित्सक जुड़े हुए हैं। उसमें यह फैसला लिया गया था कि पहले डॉक्टर अपने बच्चों को वैक्सीन का ट्रायल डोज लगाएं, जिससे समाज में एक अच्छा मैसेज जाए। लोग जब डॉक्टरों को ऐसा करते देखेंगे तो प्रेरित होंगे।
फिलहाल उनकी बेटियों को वैक्सीन की ट्रायल डोज लगाने के बाद कोई परेशानी महसूस नहीं हो रही है। वे आराम से हैं और अपना काम कर रही हैं। बस एहतियातन उन्हें सुरक्षित माहौल में रखा गया है, ताकि संक्रमण का कोई खतरा न हो। वह अपनी ऑनलाइन क्लासेज भी अटेंड कर रही हैं।