न्यूयॉर्क। माइक्रोसॉफ्ट द्वारा टिकटॉक की संभावित खरीद में अमेरिका के लिए एक बड़ा हिस्सा मांगने की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मांग बिल्कुल अप्रत्याशित और अभूतपूर्व है। इस तरह के सौदों के विशेषज्ञों ने यह बात कही। माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक के एक हिस्से को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। टिकटॉक का दावा है कि उसके अमेरिका में 10 करोड़ उपयोगकर्ता हैं। ट्रंप ने अमेरिका में टिकटॉप पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। ऐसे में वह कारोबार के एक हिस्से को बेचने पर विचार करने को मजबूर है।
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ट्रंप ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा था कि अमेरिकी राजकोष को इस कीमत का बहुत बड़ा हिस्सा मिलना चाहिए, क्योंकि हम इसे संभव बना रहे हैं। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि टिकटॉक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि टिकटाक पर प्रतिबंध कैसे लगाया जाएगा, क्योंकि इससे पहले संघीय प्राधिकरण ने किसी उपभोक्ता ऐप पर ऐसा प्रतिबंध नहीं लगाया है।
टिकटॉक ने आरोपों को बताया गलत
टिकटॉक ने इस बात से इनकार किया है कि वह चीनी सरकार को अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के डेटा भेजता है। माइक्रोसॉफ्ट ने इस सौदे की अनुमानित कीमत के बारे में कुछ नहीं बताया, लेकिन उसने बातचीत की पुष्टि की। व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने मंगलवार को फॉक्स बिजनेस नेटवर्क पर कहा कि राजकोष में भुगतान के बारे में कहा, ‘मुझे नहीं पता कि यह एक महत्वपूर्ण शर्त है’।
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ट्रंप के दिमाग में क्या है
परामर्श कंपनी एकॉन वन के प्रबंध निदेशक हैल सिंगर ने कहा, ‘मुझे संदेह है कि ट्रंप के दिमाग में क्या है?’ उन्होंने कहा, ‘इस बारे में मैं सोच भी नहीं सकता कि अमेरिका जबरन स्थानांतरण पर गैरकानूनी ढंग से हिस्सा पा सकता है।’ परामर्श समूह पब्लिक नॉलेज के वरिष्ठ सलाहकार और न्याय विभाग के पूर्व अधिकारी जीन किमेलमैन ने कहा कि एंटीट्रस्ट कानून में इस तरह के भुगतान का कोई उदाहरण नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई तार्किक आधार नहीं है, जिसके तहत वित्त मंत्रालय या व्हाइट हाउस सौदे से वित्तीय हिस्सा पाने के लिए मोल-भाव कर सकते हैं।