14 मार्च, गुरुवार को सूर्य की मीन संक्रांति के साथ खरमास (Kharmas) शुरू हो गया। 13 अप्रैल 2024 को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास (Kharmas) समाप्त हो जाएगा। खरमास के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। माना जाता है कि जब सूर्य देव धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तो बृहस्पति के अस्त होने के कारण सभी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं। बता दें कि खरमास (Kharmas) के महीने में दान करना विशेष महत्व होता है। तिथि के अनुसार दान किया जाए, तो दोगुना फल प्राप्त होता है।
तिथि के अनुसार करें दान
प्रतिपदा (प्रथम तिथि) – पहली तिथि पर चांदी के बर्तन में घी भरकर दान किया जाए, तो मानसिक शांति मिलती है।
द्वितीया तिथि – कांसे के बर्तन में सोना रखकर दान किया जाए, तो घर में धन-धान्य भरा रहता है।
तृतीया तिथि – इस दिन चने का दान करने से जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
चतुर्थी तिथि – इस तिथि पर खारक दान करना लाभकारी होता है।
पंचमी तिथि – पंचमी तिथि पर गुड़ का दान किया जाए, तो मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
षष्ठी तिथि – इस दिन औषधियों का दान करने से रोग दूर होते हैं।
सप्तमी तिथि – सप्तमी तिथि पर लाल चंदन का दान किया जाए, तो बल और बुद्धि प्राप्त होती है।
अष्टमी तिथि – इस तिथि पर चंदन का दान करने से साहस में वृद्धि होती है।
नवमी तिथि – इस दिन केसर का दान करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
दशमी तिथि – इस तिथि पर अगर कस्तूरी का दान किया जाए, तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
एकादशी तिथि – इस दिन गोरोचन दान देने से बुद्धि बढ़ती है।
द्वादशी तिथि – इस तिथि पर शंख का दान करने से धन लाभ होता है।
त्रयोदशी तिथि – त्रयोदशी तिथि पर मंदिर में घंटी दान करने से सुख-समृद्धि बनी रहती है।
चतुर्दशी तिथि – मानसिक रोगों से मुक्ति के लिए इस तिथि पर सफेद मोती का दान करना चाहिए।
पूर्णिमा तिथि – इस तिथि पर रत्न दान करने से धन लाभ होता है।
अमावस्या तिथि – आटे का दान करने से सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।