साल का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को घटित होगा, जो पूर्ण चंद्रग्रहण होगा. ऐसे में कोरोना काल के बीच इस चंद्र ग्रहण को वैदिक ज्योतिष की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण समझा जा रहा है. 26 मई को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपछाया ग्रहण है. ऐसे में सूतक काल मान्य नहीं होगा.
खगोल विज्ञान के अनुसार जब धरती पूरी तरह चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है, तो इस स्थिति को पूर्ण चंद्रग्रहण कहते हैं. इस स्थिति में चंद्रमा लाल नजर आता है, इसे ब्लड मून (Blood Moon) भी कहा जाता है. वहीं भारत में चंद्र ग्रहण को लेकर कई मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. माना जाता है कि राहु-केतु सूर्य और चंद्रमा को ग्रहण लगाते हैं. ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि चंद्रग्रहण का प्रभाव आपके जीवन पर अच्छा पड़े तो आप कुछ खास चीजों को दान (Donate) के रूप में दे सकते हैं.
पुराणों के अनुसार दान-पुण्य का बहुत महत्व है. वहीं ग्रहण के समय दान करने से जीवन की कई परेशानियां दूर होती हैं और दुखों से मुक्ति मिलती है. साथ ही व्यक्ति को तेज बुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में खुशहाली बनी रहती है.
चावल का दान
कई शुभ कार्यों में चावल का उपयोग किया जाता रहा है. वहीं मान्यता है कि ग्रहण के समय चावल का दान देने से घर में धन-धान्य का भंडार बना रहता है और इसकी कमी नहीं होती.
दूध का दान
चंद्रग्रहण के समय दूध और दही का दान करना भी अच्छा माना गया है. इसलिए इनका दान किया जाना चाहिए. ग्रहण के दौरान दूध और दही दान करने से माता लक्ष्मी और भगवान नारायण की कृपा प्राप्त होती है.
शक्कर का दान
ग्रहण के दौरान शक्कर का दान भी अच्छा माना जाता है. मान्यता है कि इससे देवी-देवताओं की कृपा बरसती है और उनका आशीर्वाद मिलता है और ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचाव रहता है.
चांदी का दान
चांदी का दान बहुत विशेष माना जाता है. मान्यता है कि इससे बुद्धि कुशाग्र होती है. इसलिए इसका दान करना चाहिए. इसके लिए आप चांदी के आभूषण, सिक्के और चांदी के बर्तन आदि दान में दे सकते हैं.
तिल का दान
तिल का दान करना भी बेहतर माना गया है. अगर आप संपत्ति से संबंधित किसी विवाद से परेशान हैं तो तिल या इससे बनी मिठाइयों का दान आपको फायदा पहुंचाएगा.