अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अगस्त को भूमि पूजन के साथ ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। लेकिन सुनने को मिला है कि अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण में विदेशी भक्त दान नहीं कर सकेंगे।
सिर्फ भारत में रहने वाले राम भक्त ही श्री राम मंदिर निर्माण में अपना दान दे सकेंगे। क्योंकि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अभी विदेशी मुद्रा में दान स्वीकार नहीं करेगा। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक विदेशी मुद्रा लेने के लिए एक व्यवस्था है। उसके लिए पंजीकरण करवाना आवश्यक होता है और ट्रस्ट अभी पंजीकरण नहीं कराएगा।
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राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद 5 अगस्त से मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा जिसको लेकर देश के ही नहीं विदेशों से भी राम भक्त मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए दान देने के लिए लालायित हैं। विदेशों में रहने वाले राम भक्त मंदिर निर्माण में सहयोग देने के लिए लगातार ट्रस्ट से संपर्क भी कर रहे हैं। लेकिन ट्रस्ट ने विदेशी मुद्रा को लेने के लिए इनकार कर दिया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक विदेशों से दिए जाने वाली दान अभी नहीं लिए जा सकेंगे क्योंकि विदेशी मुद्रा लेने के लिए भारतवर्ष में एक व्यवस्था है। हमें विदेशी मुद्रा अधिनियम के तहत पंजीकृत कराना होगा। उसके बाद ही विदेशी मुद्रा को लिया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि हम पहले भारत में रहने वाले राम भक्तों के शक्ति को बाहर निकालना चाहते हैं।
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5 अगस्त को अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे। इस मौके आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत के साथ-साथ राम मंदिर आंदोलन से जुड़े नेता भी मौजूद रहेंगे। राम जन्मभूमि परिसर में टेंट लगाने का काम शुरू हो गया है यह टेंट वाटरप्रूफ होगा। सुविधा के अनुसार परिसर में दो टेंट बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही एक मंच होगा इस मंच पर प्रधानमंत्री के साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद होंगे और मंच से संबोधित करेंगे।