रिम्स के जाने-माने फिजीशियन और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का लंबे समय से इलाज कर रहे डॉ. उमेश प्रसाद का शनिवार को निधन हो गया। एक महीने पहले ही उन्हें मेडिसिन विभाग का विभागाध्यक्ष बनाया गया था। बताया जा रहा कि देर रात 3 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन से परिवार, रिम्स के चिकित्सकों, मेडिकल स्टूडेंट्स और अन्य जानने वालों में शोक की लहर है।
डॉक्टर उमेश प्रसाद को पहले से ही मल्टीपल मायलोमा नामक बीमारी थी। यह एक प्रकार का ब्लड कैंसर है। लंबे समय से उनका ट्रीटमेंट चल रहा था। चिकित्सकों ने उनकी स्थिति को देखते हुए घर पर ही दवाओं के साथ रेस्ट करने की सलाह दी थी। बावजूद वे हर दिन व्हीलचेयर से ही रिम्स पहुंचकर मरीजों की सेवा में लगे रहे।
बीमार लालू प्रसाद जब रिम्स में भर्ती थे, तब उनका ब्लड शुगर काफी बढ़ा हुआ था और वह इंसुलिन का इंजेक्शन लेने को तैयार नहीं थे। सूत्र बताते हैं कि वर्षों पहले किसी डॉक्टर ने ही लालू प्रसाद को इंसुलिन से दूर रहने को बता दिया था। ऐसे में जब लालू प्रसाद की किडनी मधुमेह के चलते डैमेज होती जा रही थी और इंसुलिन जरूरी हो गया था, तब डॉ. उमेश प्रसाद ने ही काफी समझा कर लालू प्रसाद को इंसुलिन लेने के लिए तैयार किया था। जानकार बताते हैं कि आज भी वह अपने स्वास्थ्य को लेकर प्रसाद डॉ. उमेश प्रसाद से बात करते रहते थे।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद अभी दिल्ली में बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती के आवास पर रह रहे हैं। डॉ. उमेश प्रसाद के निधन की सूचना से वह दुखी हैं और दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को दुख की इस घड़ी में साहस और शक्ति देने की प्रार्थना की है।