Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

ड्रैगन ने अब यहां कब्जे की तैयारी शुरू की, चीनी सैनिक टैंक से करेंगे

नई दिल्ली। ड्रैगन दुनिया के तमाम देशों पर कब्जा करने को आतुर है। ऐसे मेंएक बार फिर चीन ने ताइवान को हमले की धमकी दी है। चीन के एक सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने एक ऐसा वीडियो जारी किया है, जिसमें साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि चीनी सैनिक एक अज्ञात आइलैंड पर कब्जे का अभ्यास कर रहे हैं। इस अभ्यास के बीच काफी गोलीबारी भी हो रही है।

ताइवान आइलैंड पर कब्जा

बीते दिनों इससे पहले चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से संबंधित ग्लोबल टाइम्स ने भी कहा था- कि अब जल्द ही ताइवान पर हमला किया जाएगा। और फिर शनिवार को जारी किए गए वीडियो में चीन की सेना पीएलए(पीपल्स लिबरेशन आर्मी) के सैनिक एक आइलैंड पर कब्जा करने के लिए बड़े पैमाने पर अभ्यास कर रहे हैं। बता दें कि ताइवान एक आइलैंड देश ही है।

भारत के साथ तो कई महीनों से चीन की तनातनी बनी हुई ही है, वहीं अब कुछ महीने से चीन और ताइवान के संबंध खराब होते जा रहे हैं। इतने खराब ये देश हमले को उतारू हो गए हैं।

पाकिस्तान में डगमगाई इमरान खान की कुर्सी, विपक्ष ने बोला हमला

सात दशक से ताइवान स्वशासित देश

ऐसे में जल्द ही चीन ने ताइवान के एक बिजनेसमैन का वीडियो जारी कर उस पर जासूसी करने का आरोप लगाया था। बता दें, चीन हमेशा से ताइवान को अपना ही हिस्सा मानता रहा है और जरूरत पड़ने पर बल प्रयोग की धमकी भी देता आया है, लेकिन लगभग सात दशक से ताइवान स्वशासित देश है। साथ ही चीन की सेना के आईलैंड पर कब्जे के लिए किए जा रहे अभ्यास के नए वीडियो में लड़ाकू हेलिकॉप्टर और जमीन से दागी जाने वालीं मिसाइलें भी दिखाई दे रही हैं।

अब ऐसा कहा जा रहा है कि यह अभ्यास चीन के तटीय इलाके फुजिआन और गुआंगडोंग में किए गए हैं। सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी सेना के 73वीं ग्रुप आर्मी ने अभ्यास में हिस्सा लिया। माना जाता है कि जरूरत पड़ने पर यहीं सैनिक ताइवान पर हमला कर सकते हैं।

चीन फिर अलापा पुराना राग, बोला-‘भारत गैरकानूनी तरीके से बनाया लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश ‘

दूसरी तरफ शनिवार को ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने कहा था कि वह उम्मीद करती हैं कि चीन के साथ तनाव कम होगा अगर बीजिंग ताइवान की चिंताओं पर ध्यान देगा। वहीं ताइवान ने अपील की थी कि चीन अपने रुख में बदलाव करे। ताइवान के साथ फिर से बातचीत शुरू करे। फिलहाल अभी तक चीन की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

Exit mobile version