नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu ) महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लंदन जाएंगी। वह भारत सरकार की ओर से संवेदना जाहिर करने के लिए 17-19 सितंबर को लंदन दौरे पर रहेंगी। दिवंगत महारानी एलिजाबेथ का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम को स्कॉटलैंड से लंदन पहुंच चुका है।
उनके ताबूत को आज से चार दिन के लिए वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा जाएगा। महारानी का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को वेस्टमिंस्टर एब्बे में होगा। सुबह 11 बजे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ विंडसर के किंग जॉर्ज षष्ठम चैपल में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। उन्हें वहीं दफ्नाया जाएगा क्योंकि यहीं उनके पति ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग को भी दफ्नाया गया था।
ब्रिटेन में इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। महारानी के निधन पर भारत में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर 12 सितंबर को ब्रिटिश उच्चायोग जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देकर आए थे। इसके अलावा भारत ने रविवार 11 सितंबर को एक दिन का राजकीय शोक भी घोषित किया था।
महारानी एलिजाबेथ की अंतिम विदाई देने ब्रिटेन के पूरे शाही खानदान के अलावा अलग-अलग देशों के नेता, शासक सहित कई नामचीन हस्तियां पहुंचेंगी। इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस, लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, स्पेन, बेल्जियम, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन और नीदरलैंड्स सहित यूरोप के शाही परिवार के सदस्यों सहित कई देशों के राष्ट्रप्रमुख भी शामिल होंगे। इस दौरान लगभग 2,000 गेस्ट के मौजूद रहने की उम्मीद है।
वैश्विक नेताओं को संदेश- प्राइवेट जेट से ना आएं
शाही फ्यूनरल के इस निजी कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर सख्त प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। अमेरिकी न्यूज वेबसाइट पॉलिटिको ने यूके के विदेश, कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस (एफसीडीओ) के दस्तावेजों के हवाले से बताया है कि सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों और उनकी पार्टनर्स से लंदन में होने वाले इस स्टेट फ्यूनरल में शिरकत करने के लिए निजी जेट के बजाए कमर्शियल फ्लाइट्स से आने को कहा गया है। इसके साथ ही इस दौरान हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करने से भी बचने को कहा गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह भी कहा गया है कि लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे तक पहुंचने के लिए विदेशी हस्तियां अपनी कार का इस्तेमाल नहीं कर सकती बल्कि इसके बजाए उन्हें पश्चिमी लंदन से एबे तक पहुंचने के लिए बस लेनी होगी।
8 सितंबर को महारानी ने अंतिम सांस ली
आठ सितंबर को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 96 साल की उम्र में बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया था। वह 70 साल से ब्रिटेन में शासन कर रही थीं। वह ब्रिटेन की शाही गद्दी पर बैठने वाली सबसे कम उम्र की शासक रहीं। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 25 साल थी। उनके निधन के तुंरत बाद उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स को ब्रिटेन का किंग घोषित किया गया। इस घोषणा के बाद वह किंग चार्ल्स तृतीय के नाम से जाने जा रहे हैं।