Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

सर्दियों में नहीं सूख रहे कपड़े, देखें ये टिप्स

Clothes

Dry clothes in winter

सर्दियों के दिन आने वाले हैं और इन दिनों में महिलाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या होती है गीले कपड़ों का ना सूख पाना। जी हाँ, सर्दियों के दिनों में धूप कम होने की वजह से गीले कपड़े सूख नहीं पाते है और महिलाऐं इन्हें सुखाने के लिए कई जतन करती रहती है। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन उपाय लेकर ऐ है जिनकी मदद से बिना धूप के भी बड़ी आसानी से कपड़ों को सुखाया जा सकता है। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में।

* जब बाहर धूप न निकली हो तो कपडों को अंदर किसी तार पर टांग कर पंखा चला दें जहां वह आराम से टंगे रहें।

* जिस कमरे में कपड़े सूखने के लिए डालें वहां कोने में एक खूशबूदार अगरबत्ती जला कर रख दें। इसके धूएं से एक तो कपड़ों में से सीलन की बदबू दूर होगी दूसरा वे जल्दी सूख भी जाएंगे। इसके अलावा कपड़े धोते समय पानी में 2 चम्मच सिरका मिला दें।

* कपड़ों के साथ कमरे में एक थैली में नमक भरकर रख दें जिससे नमक कपड़ों से मॉइश्चराइजर सोख लेगा और सूखने में मदद करेगा।

* कपड़ों को अलग-अलग हैंगर में लटकाकर कमरे में सूखने के लिए रखें और खिड़कियां-दरवाजे खोल दें। इससे हवा कपड़ों के आर-पार आसानी से पहुंचेगी और वे जल्दी सूख जाएंगे।

* कपड़ों को धोने के बाद उन्हें अच्छे से निचोड़ कर मशीन में दो बार ड्रायर करें जिससे कपड़े ज्लदी सूख जाएंगे।

* सबसे पहले जब आप अपनी वॉशिंग मशीन से कपड़े निकाले तो उसे ड्रायर में सुखाने के बाद तार पर अकेले फैलाएं। कहने का मतलब यह है कि उस कपड़े को किसी दूसरे कपड़े पर न डाले वरना वह जल्दी नहीं सूखेगा।

* भले ही बाहर सूरज न निकला हो पर आप कपडों को बाहर ही सुखाने के लिए टांगे जिससे हवा की मदद से उनमें बदबू न आए। पर घर में भी उन्हें टांगने का इंतजाम कर लें।

* कुछ छोटे कपडे जैसे की अंडरगारमेंट, मोजे और रुमाल आदि को आप आराम से अपने हेयर ड्रायर से भी सुखा सकती हैं। एयरकंडीशनर इस मामले में आपकी कोई मदद नहीं कर सकता पर अगर रुम हीटर में कपडे सुखाए जाएं तो काफी मदद मिल सकती है।

* अगर आप जल्दी में हैं और अपनी जींस को सुखाना चाहती हैं तो गरम आयरन से उस पर प्रेस करें। वैसे तो जींस पर आयरन करने से उसकी इलास्टिसिटी चली जाती है, पर एक बार प्रेस करने से कुछ नहीं होगा।

Exit mobile version