नई दिल्ली| डीयू में कॉलेज का पहला दिन छात्रों के लिए न केवल यादगार रहता है बल्कि कई दोस्त भी बनते हैं। लेकिन बुधवार को डीयू और कॉलेजों के परिसर से गीत संगीत, चहल पहल गायब थी। इसकी कमी कॉलेजों के शिक्षक भी महसूस कर रहे हैं। कोविड-19 से उपजी स्थिति के कारण कॉलेजों में ओरिएंटेशन प्रोग्राम तो हुआ लेकिन सब कुछ ऑनलाइन वर्चुअल था। कॉलेज आने की अनुमति किसी विद्यार्थी को नहीं थी।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों में बुधवार को ओरिएंटेशन डे मनाया गया। जहां छात्र न केवल अपने कॉलेज व शिक्षकों से रूबरू हुए बल्कि कॉलेजों ने भी छात्रों को अपने यहां होने वाली गतिविधियों की जानकारी से लेकर कॉलेज की विशेषता व छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कैसे करें इसके बारे विस्तृत जानकारी दी।
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एआरएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ज्ञानतोष झा ने बताया कि मंगलवार को हमारे यहां ओरिएंटेशन प्रोग्राम था और बुधवार को हमारे यहां विभागों के साथ छात्रों का ओरिएंटेशन हुआ। यहां 11 सौ से अधिक छात्र दो-दो घंटे के ओरिएंटेशन में हिस्सा लिए जिसमें उनको ऑनलाइन कक्षा वह कैसे करेंगे इसके बारे में प्रशिक्षण दिया गया। कॉलेज के शिक्षक, वेबसाइट, मेल आईडी आदि के बारे में उनको कॉलेज से जुड़ने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि जिस तरह छात्र अपने कॉलेज न आ पाने की कमी से निराश है उसी तरह का दुख शिक्षकों के साथ भी है। लेकिन कोविड की स्थिति समाप्त होने के बाद छात्रों का भव्य स्वागत कॉलेज में होगा।
हंसराज कॉलेज में भी ओरिएंटेशन प्रोग्राम और विभागों से छात्रों के ऑनलाइन परिचय का कार्यक्रम हुआ। छात्र और उनके अभिभावको मिलाकर लगभग 2 हजार लोग ऑनलाइन शामिल हुए। हंसराज कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रमा ने कहा कि कॉलेज बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देगा। उन्होंने कॉलेज की अलग – अलग सोसायटीज में भाग लेने के प्रति बच्चों को प्रेरित किया।