नयी दिल्ली| उपराष्ट्रपति कार्यालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय को 2017 से बंद कर दिए गए दो कोर्स पर 29 लाख रुपये के कोष के दुरुपयोग के आरोपों के संबंध में उचित कार्रवाई करने को कहा है। वित्त शाखा के व्यय विवरण के मुताबिक दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने नैनोसाइंस और नैनोटेक्नोलॉजी में एमटेक प्रोग्राम के लिए 2017-18 और 2019-20 के बीच 29 लाख रुपये खर्च किए। दोनों पाठ्यक्रमों को 2014 से खत्म कर दिया गया और अंतिम बैच 2017 में निकले थे।
राजस्थान के स्कूलों में 7 नवंबर से 16 नवंबर तक छुट्टी की हुई घोषणा
केंद्रीय सतर्कता आयोग ने इस मामले में चार शिकायतें दर्ज की थी और इसे कार्रवाई के लिए डीयू के मुख्य सतर्कता अधिकारी के पास अग्रसारित कर दिया था।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल कुमार द्वारा नयी शिकायत के बाद उपराष्ट्रपति सचिवालय ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर को पत्र लिखा है। यूजीसी ने भी मामले में विश्वविद्यालय से जल्द उचित कदम उठाने को कहा है ।
आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक पाठ्यक्रम पर 2017-18 में 17.05 लाख रुपये, 2018-19 में 12.07 लाख रुपये खर्च किए गए ।