नई दिल्ली| कोरोना महामारी के चलते कई क्षेत्रों में बदलाव किए जा रहे हैं। इसी के चलते अब एमबीबीएस के पाठ्यक्रम में 80 घंटे का नया कोर्स महामारी प्रबंधन भी जोड़ा गया है। नए सत्र से सभी छात्रों को यह कोर्स पढ़ना जरूरी होगा। इसमें बीमारी के इतिहास से लेकर इसके उपचार, सामाजिक एवं कानूनी पहलुओं के प्रभावों का अध्ययन शामिल है।
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भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) के बोर्ड आफ गवर्नर्स ने इस महामारी प्रबंधन कोर्स की विस्तृत रूपरेखा जारी कर दी है। इस संदर्भ में कहा गया है कि हालांकि कुछ समय पूर्व ही मेडिकल कोर्स में बदलाव किया गया था लेकिन कोविड-19 महामारी जिस प्रकार पूरी दुनिया में फैली है, उसके मद्देनजर डाक्टरों को प्रशिक्षित किए जाने की जरूरत महसूस की गई है। उम्मीद की गई है कि कोरोना प्रबंधन माड्यूल को शामिल करने से डाक्टरी की पढ़ाई करने वाले छात्रों में नई क्षमता का विकास होगा।
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एमसीआई की तरफ से कोर्स को क्रमवार जारी किया गया है। इसमें सबसे पहले दो घंटे का फाउंडेशन कोर्स रखा गया है, जिसके बाद संक्रमण पर नियंत्रण पाने से जुड़े कई पाठ हैं। इसके अलावा नमूनों के संग्रह, क्वारंटाइन, होम आइसोलेशन, उपचार, टीकाकरण आदि पाठ शामिल किए गए हैं। छात्रों को पूरे कोर्स के दौरान कुल 80 घंटे की पढ़ाई महामारी प्रबंधन पर करनी अनिवार्य होगी। कम्युनिटी मेडिसिन, फार्माकोलाजी तथा माइक्रोबायलाजी आदि विभागों के जिम्मे इस कोर्स की पढ़ाई होगी।








