मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की जुन्नारदेव तहसील के खुमकाल में लगने वाला भूतों का मेला प्रतिबंधित कर दिया गया है।
जिला कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि खुमकाल में लगने वाला यह मेला दीपावली के पांचवे दिन से प्रारंभ होकर ग्यारस तिथि तक लगता है। इस बार यह मेला 19 नवंबर से प्रारंभ होना था। कोविड 19 के संक्रमण की आशंका को देखते हुए मेले को प्रतिबंधित किया गया है।
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इस मेले में भूत प्रेत के अद्दश्य साये से पीड़ित लोगों का आदिवासी पंडा पड़िहार मारपीट कर एवं ग्राम के तालाब में डुबकी लगवाकर इलाज करते है और भूत प्रेत को ग्राम में बने मालन माता के मंदिर में बांधकर छोड़ देते है।
इस मेले में छिंदवाड़ा, बैतूल एवं होशंगाबाद और आसपास के प्रेत बाधा से पीड़ित लोगों लाया जाता है। इस मेले में दो तीन हजार लोग शामिल होते हैं। यहाँ शराब के सेवन एवं असुरक्षित वातावरण के चलते कोरोना संक्रमण बढ़ सकता था।
इसके मद्देनजर मेले पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। भूतों का इलाज करने का काम इस वर्ष आदिवासी पंडा नहीं कर पाएगें।