Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

डेंगू को लेकर सतर्कता और सावधानी दोनों जरूरी : मुख्य सचिव

Durga Shankar Mishra

Durga Shankar Mishra

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र (Durga Shankar Mishra) ने कहा है कि डेंगू (Dengue) को लेकर सतर्कता और सावधानी दोनों आवश्यक है। शनिवार को उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश की जनता को डेंगू को लेकर जागरूक करें, उन्हें बतायें कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है।

मुख्य सचिव आज देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारी एवं मंडलायुक्तों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे।

इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश की जनता को डेंगू को लेकर जागरूक करें। उन्हें बतायें कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है, संचारी रोगों को लेकर सतर्क रहें और पूरी सावधानी बरतें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी नगर निगम और नगर निकाय क्षेत्रों में रोजाना फॉगिंग की व्यवस्था कराई जाए। प्रदेश के कई जिलों में तेजी से डेंगू बढ़ रहा है ऐसे में सतर्क रहने के साथ उसकी निगरानी जरूरी है। प्रभावित क्षेत्रों में सर्विलांस की गतिविधियां बढ़ाई जाएं। अस्पताल पहुंचे मरीज को हर हाल में जरूरी उपचार मिले।

मुख्य सचिव (Durga Shankar Mishra) ने कहा कि सभी जिलाधिकारी और मंडलायुक्त इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर के जरिए इस पर निगरानी रखें। साथ ही टेस्टिंग, फॉगिंग और साफ-सफाई की रोजाना समीक्षा करें। विद्यालय में बच्चों को पूरी बाजू की कमीज और फुल पेंट पहनकर आने को कहें। इस बात का ध्यान रखा जाए कि सर्विलांस टीम घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित की जांच करे और अगर किसी घर में स्थिर पानी जैसे कूलर, टंकी या घर में खुले में रखे बर्तन जिसमें कई दिनों से पानी बदला न गया हो या अन्य कोई जगह जहां पानी जमा हुआ हो, तो उसे खाली करा दें। साथ ही जहां पर जलभराव हो वहां दवा का छिड़काव कराएं। लोगों की डेंगू के साथ मलेरिया और चिकनगुनिया की भी जांच की जाए।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सतर्क रहने की जरूरत

उन्होंने कहा कि लोगों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक करने के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सतर्क रहने की जरूरत है। अगर कोई सोशल मीडिया पर डेंगू को लेकर पैनिक क्रिएट करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इसके साथ अस्पतालों और जिन इलाकों में डेंगू बढ़ रहा है वहां का अधिकारी स्थलीय निरीक्षण अवश्य करें। अगर किसी प्रकार की समस्या आती है तो तुरंत उच्च अधिकारियों को उस समस्या से अवगत कराएं ताकि समय से निदान किया जा सके।

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में अतिरक्त बेड्स, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स तक औषधियों एवं ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित हो। डेंगू व अन्य मच्छर जनित रोगों के लिए रिजर्व किए गए बेड्स पर मच्छरदानी की उपलब्धता को भी सुनिश्चित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाये कि जिलों में ब्लड कंपोनेंट सेपरेटर यूनिट्स की उपलब्धता व क्रियाशीलता एवं पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स उपलब्ध हों।

बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव सूचना एवं गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

Exit mobile version