बांदा। अभी तक बाइक, कार, ट्रक या ट्रैक्टर लूटने की खबरें आम बात थी। अब बदमाशों की नजर ई-रिक्शा पर भी है। 12 दिन पहले जनपद के अतर्रा थाना क्षेत्र में तीन लोगों ने मिलकर एक ई-रिक्शा चालक को बांधकर फेंक दिया था और उसका रिक्शा लेकर फरार हो गए थे। पुलिस ने तीनों लुटेरों को गिरफ्तार करके कई टुकड़ों में ई-रिक्शा भी बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
घटना 6/ 7मार्च की रात अतर्रा थाना क्षेत्र में हुई थी। ग्राम दुबरी थाना गिरवां निवासी शिवकरण पुत्र भागीरथी 6 मार्च की रात लगभग 9 बजे अतर्रा कस्बे में सवारियों का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान इंटर कॉलेज के पास दो अज्ञात व्यक्ति रिक्शा पर आकर बैठ गए और खम्हौरा चलने को कहा।
जब वह खम्हौरा के पास पहुंचा तभी एक अन्य व्यक्ति मोटरसाइकिल से आया और तीनों व्यक्तियों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। मोबाइल छीन लिया और हाथ पैर बांधकर उसे फेंक दिया और रिक्शा लेकर फरार हो गये। भुक्तभोगी ने घटना के बाद थाने में सूचना दर्ज कराई थी।
शनिवार की रात बिसंडा पुलिस ने गश्त के दौरान तीन संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर उनकी तलाशी ली तो उनके पास एक नाजायज 315 बोर तमंचा बरामद हुआ। जब इनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने 6/7 मार्च की रात अतर्रा में ई-रिक्शा लूटने की घटना स्वीकार की। इसके बाद इनके निशानदेही पर लूटा गया ई-रिक्शा कई टुकड़ों में बरामद हुआ। साथ ही लूट में प्रयुक्त की गई मोटरसाइकिल और लूटे गए मोबाइल की सिम भी बरामद हुई।
इस बारे में जानकारी देते हुए अपर एसपी लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि इस घटना में पकड़े गए दीपक गोस्वामी पुत्र प्रमोद गोस्वामी, राजू उर्फ शिवप्रताप पुत्र रामस्वरूप सिंह चौहान और गोलू सिंह उर्फ धर्मेंद्र सिंह पुत्र भानु प्रताप सिंह निवासी ग्राम हस्तम थाना बिसंडा पेशेवर अपराधी हैं। इनके ऊपर पहले से ही कई मुकदमे चल रहे हैं।