शनिवार का दिन हिंदू धर्म में शनिदेव (Shani Dev) को समर्पित होता है। शनिदेव न्याय और कर्म के देवता माने जाते हैं। यदि आप शनिदेव की पूजा और व्रत का पालन सही ढंग से करेंगे, तो जीवन में धन, सम्मान, स्वास्थ्य और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं शनिवार को शनिदेव (Shani Dev) की पूजा करने का सही तरीका और नियम।
शनिवार का महत्व
शनिदेव (Shani Dev) को सूर्य और चंद्रमा के बाद सबसे अधिक प्रभावशाली ग्रह माना जाता है।
शनि दोष या अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार के दिन विशेष पूजा की जाती है।
शनिवार को किया गया व्रत और पूजा जीवन में बाधाओं को दूर करने और करियर, धन और स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक होता है।
शनिवार के नियम
शनि मंदिर में काले तिल, काली वस्तु, काले कपड़े, सरसों का तेल, लोहे की छोटी वस्तु, कुमकुम और दीपक का उपयोग करें।
हनुमान और शनिदेव की पूजा करें।
पूजा विधि
सबसे पहले शनि देव (Shani Dev) की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
काले तिल या सरसों के तेल से दीपक में तेल डालें।
शनि मंत्र का उच्चारण करें: ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः
दान
शनिवार के दिन जरूरतमंदों को काले तिल, काले कपड़े, लौह वस्तुएं या काले कुत्ते की सेवा करें।
दान करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में बाधाएं कम होती हैं।
शनिवार उपाय
शनि दोष या परेशानियों वाले व्यक्ति को शनिवार को काले वस्त्र पहनकर मंदिर जाकर पूजा करना चाहिए।
शनिवार को हनुमान जी की पूजा और बजरंग बाण का पाठ भी लाभदायक माना गया है।
घर के उत्तर-पश्चिम दिशा में शनि का छोटा मंदिर या चित्र स्थापित करना शुभ होता है।
सावधानियां
शनिवार को क्रोध, झूठ और आलस्य से दूर रहें।
शराब, मांस और अत्यधिक तैलीय भोजन का सेवन न करें।
किसी का अपमान न करें और व्रत के दिन शांतिपूर्ण मन बनाए रखें।