Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

ED का एक्शन, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अनिल देशमुख के बेटे को जारी किया समन

anil deshmukh

anil deshmukh

प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे रिषिकेष को समन जारी किया है। उन्हें मंगलवार को ED के सामने पेश होने को कहा गया है। वहीं मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत देशमुख को भी ताजा समन जारी किया है। उन्हें पांच जुलाई यानी सोमवार को जांच एंजेसी के समक्ष पेश होने को कहा गया है। प्रवर्तन निदेशालय को जांच के दौरान पूर्व गृह मंत्री के बेटे रिषिकेष का रोल भी नजर आया है।

अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता देशमुख को मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए तीसरा नोटिस जारी किया गया है। देशमुख से दक्षिण मुंबई में केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में अपना बयान सोमवार को दर्ज कराने को कहा गया है।

2022 में सरकार बनाने को लेकर Owaisi ने योगी को किया चैलेंज, CM ने कही ये बात

देशमुख (72) को इससे पहले भी दो समन जारी किए जा चुके हैं, लेकिन वह कोरोना वारयस संक्रमण के खतरे का हवाला देकर पेश नहीं हुए और उन्होंने ED के समक्ष वीडियो कांफ्रेंस के जरिए अपना बयान दर्ज कराने का आग्रह किया।

देशमुख को कथित तौर पर 100 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने एवं जबरन वसूली करने वाले रैकेट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले के संबंध में ED ने समन जारी किया है। देशमुख ने इन आरोपों के कारण महाराष्ट्र के गृह मंत्री के पद से इस साल अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था।

ED ने पिछले महीने मुंबई और नागपुर में देशमुख, उनके सहयोगियों और अन्य लोगों के परिसरों पर छापे मारे थे, जिसके बाद निदेशालय ने पहला समन जारी किया था। बाद में एजेंसी ने उनके दो सहयोगियों- उनके निजी सचिव संजीव पलांडे (51) और निजी सहायक कुंदन शिंदे (45) को गिरफ्तार कर लिया था। वे छह जुलाई तक ED की हिरासत में हैं।

रामनगरी में पहली बार खिला कमल, सपा को बीजेपी से मिली मात

सूत्रों ने बताया कि एजेंसी, वर्तमान मामले के अलावा देशमुख से कुछ मुखौटा कंपनियों के साथ उनके और उनके परिवार के सदस्यों के कथित संबंधों के बारे में भी पूछताछ करना चाहती है, जिनका इस्तेमाल मुंबई पुलिस व्यवस्था में रिश्वतखोरी के आरोपों के सामने आने से बहुत पहले से ही धन शोधन के लिए किया जा रहा था।

पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने देशमुख पर कम से कम 100 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था, जिसके आधार पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। इसी के बाद ED ने देशमुख और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया।

सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि देशमुख ने मुंबई पुलिस के निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को मुंबई के बार और रेस्तरां से एक महीने में 100 करोड़ रुपये से अधिक की रकम वसूलने को कहा था।

देशमुख ने उनके वकीलों के जरिए एजेंसी को भेजे पत्र में कहा था कि एजेंसी ने 25 जून को यहां उनके परिसरों पर छापेमारी के समय ED जांचकर्ताओं के साथ कई घंटे की बातचीत के दौरान उनका बयान पहले ही दर्ज कर लिया है।

Exit mobile version