महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड लैंड केस में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने गुरुवार को पुणे के 7 ठिकानों पर छापे मारे। मामला वक्फ बोर्ड से संबंधित जमीन की अवैध बिक्री से जुड़ा है। खास बात ये है कि वक्फ बोर्ड महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
ईडी की कार्रवाई ऐसे समय में हुई, जब एनसीपी नेता और कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक क्रूज ड्रग्स केस को लेकर एनसीबी और जांच अधिकारी समीर वानखेड़े पर लगातार निशाना साध रहे हैं। हाल ही में नवाब मलिक ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे।
इससे पहले गुरुवार को नवाब मलिक के दामाद समीर खान ने देवेंद्र फडणवीस को उनकी कथित मानहानिकारक टिप्पणियों को लेकर कानूनी नोटिस भेजा है। दरअसल, फडणवीस ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि मलिक के दामाद के घर ड्रग्स बरामद हुई। अब इस बयान के खिलाफ समीर खान ने नोटिस भेजते हुए कहा, उनके घर में ड्रग्स नहीं मिली थी। साथ ही उन्होंने फडणवीस से पांच करोड़ रु का हर्जाना मांगा है।
उधर, नवाब मलिक ने कहा, फडणवीस ने हमारे खिलाफ आरोप लगाए थे कि हमारे घर से ड्रग मिला था, मेरी बेटी ने उनको नोटिस भेजा है। उनसे माफी मांगने के लिए कहा है। अगर वे माफी नहीं मांगते तो मानहानि का केस फाइल करेंगे।
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इससे पहले पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि नवाब मलिक के परिवार ने अंडरवर्ल्ड के लोगों से जमीन खरीदी थी। यह भी कहा गया कि जमीन को दाऊद के लोगों से सस्ते में खरीदा गया। इसके जवाब में मलिक ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा था कि देवेंद्र फडणवीस के ‘आशीर्वाद’ से महाराष्ट्र में उगाही और जाली नोट का कारोबार चल रहा था। नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का भी जिक्र किया। वह बोले कि पूर्व सीएम अधिकारी (वानखेड़े) को बचाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वह उनका करीबी है।