मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के घर सुबह साढ़े सात बजे ED की टीम पहुंची। टीम ने राउत का दादर का फ्लैट सील कर दिया है। यह फ्लैट राउत ने 83 लाख रुपए में खरीदा था। इसी फ्लैट को खरीदने के लिए राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में पैसा ट्रांसफर किया गया थाा।
6 घंटे से राउत से पूछताछ जारी है। राउत के कमरे की भी तलाशी ली गई। टीम में 10 अफसर हैं। राउत के अलावा उनके परिवार से भी पूछताछ की रही है। महाराष्ट्र के 1034 करोड़ के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में ED की टीम संजय राउत से पूछताछ कर रही है। राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसलिए उन्हें हिरासत में लेकर ED दफ्तर ले जाने की तैयारी है। ED दफ्तर पर पुलिस तैनात की गई है।
राउत को 27 जुलाई को ED ने तलब किया था। वह अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए थे। इसके बाद ED के अधिकारी उनके घर पहुंचे हैं। संजय राउत और उनके विधायक भाई सुनील राउत दोनों इस वक्त अपने भांडुप के बंगले मैत्री पर मौजूद हैं।
यह मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस केस में संजय राउत की नौ करोड़ रुपए और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है।
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आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष MHADA और उक्त कंपनी को दिए जाने थे, लेकिन साल 2011 में इस विशाल भूखंड के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था।
2020 में महाराष्ट्र में सामने आए PMC बैंक घोटाले की जांच हो रही थी, तभी प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था। तब पता चला कि बिल्डर की पत्नी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को 55 लाख रुपए का कर्ज दिया गया था। ED की टीम इसी बात की जांच कर रही है कि ये ट्रांजेक्शन क्यों किया गया। आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था। प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक हैं।