जम्मू। ईडी (Enforcement Directorate) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) को जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के फंड में हेरफेर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले समन भेजा है। इस मामले में ईडी और सीबीआई दोनों की जांच कर रही है। ईडी ने फारूक अब्दुल्ला को गुरुवार (11 जनवरी 2024) को श्रीनगर में पूछताछ के लिए बुलाया है।
मनी लॉन्ड्रिंग इस मामले में ईडी साल 2022 में चार्जशीट दायर की थी और पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) से पहले भी पूछताछ हो चुकी है। चार्जशीट के मुताबिक, फारूक अब्दुल्ला 2001 से 2012 तक जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) के अध्यक्ष थे। 2004 और 2009 के बीच जेकेसीए (JKCA) के अधिकारियों सहित कई लोगों ने क्रिकेट एसोसिएशन के फंड को अपने पर्सनल बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया था।
इस मामले में ईडी ने एसोसिएशन के अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई की ओर से 2018 में दायर चार्जशीट के आधार पर जांच शुरू की थी। फारूक अब्दुल्ला पर आरोप है कि उन्होंने एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में अपने पद का गलत इस्तेमाल किया। उन्होंने जेकेसीए में नियुक्तियां कीं, जिससे बीसीसीआई (BCCI) के स्पॉन्सर्ड फंड (Sponsored Fund) में हेरफेर किया जा सके।
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जेकेसीए में करीब 113 करोड़ रुपए की वित्तीय अनियमितता (Financial Irregularities) की शिकायत की गई थी। आरोप लगाया गया कि यह रकम एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आपस में बांट ली। 2015 में जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। 11 जुलाई 2018 में सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की।
इस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला, सलीम खान और अहसान अहमद मिर्जा मुख्य आरोपी हैं। एजेंसी ने सितंबर 2019 में जेकेसीए के तत्कालीन कोषाध्यक्ष अहसान अहमद मिर्जा को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ केस चल रहा है।