टीवी के मोस्ट कॉन्ट्रोवर्शियल शो बिग बॉस के घर में अपनी मौजूदगी से बड़े-बड़े स्टार्स की बैंड बजाने वाले शिव ठाकरे (Shiv Thackeray) इन दिनों फिर चर्चाओं में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में जेल में बंद ड्रग माफिया अली असगर शिराजी से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में टेलीविजन अभिनेता और बिग बॉस उपविजेता शिव ठाकरे (Shiv Thackeray) और अब्दु रोजिक को तलब किया था और उनसे पूछताछ की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अली असगर शिराजी ने हसलर्स हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी चला रहे थे। कंपनी ने नार्को-फंडिंग के जरिए पैसा कमायाऔर यह कंपनी कई अलग-अलग स्टार्ट-अप पर पैसा लगाती थी। इनमें से एक शिव ठाकरे (Shiv Thackeray) का फूड एंड स्नैक रेस्ट्रॉन्ट ‘ठाकरे चाय एंड स्नैक्स’ के अलावा साथ ही अब्दु रोजिक का फास्ट फूड स्टार्टअप ‘बुर्गीर’ ब्रैंड भी शामिल है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में गवाह के तौर पर ठाकरे का बयान दर्ज किया गया. ईडी ने बिग बॉस के प्रतियोगी अब्दु रोजिक को भी उसके सामने पेश होने के लिए बुलाया। कंपनी ने नार्को-फंडिंग के जरिए पैसा कमाया था। खबरों की मानें तो जैसे ही शिव और अब्दु को नार्को बिजनेस में शिराजी के शामिल होने की बात पता लगी दोनों ने तुरंत उनसे अपना कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर लिया।
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खबरों की मानें तो अपने बयान के दौरान शिव ठाकरे (Shiv Thackeray) ने खुलासा किया कि उनकी मुलाकात 2022-23 में किसी के माध्यम से हसलर्स हॉस्पिटैलिटी के निदेशक क्रुणाल ओझा से हुई थी। क्रुणाल ने उन्हें ठाकरे चाय और स्नैक्स के लिए पार्टनरशिप डील का ऑफर किया था।
शिव ठाकरे (Shiv Thackeray) ने आगे कहा कि उनके समझौते के अनुसार हसलर्स हॉस्पिटैलिटी ने ठाकरे चाय एंड स्नैक्स में अच्छी खासी रकम लगाई थी। ठाकरे ने ईडी को बताया कि अपने स्टार्टअप के लिए पैसों की मदद लेते समय वह न तो शिराजी से मिले थे और न ही उनके बारे में जानते थे।