प्रवर्तन निदेशालय ने चीन के दो नागरिकों को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। इनके नाम चार्ली पेंग और कार्टर ली है। ये दोनों चीनी नागरिक दिल्ली में रहकर चीन की कंपनियों के लिए बहुत बड़ा हवाला रैकेट चला रहे थे और भारत सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान पहुंचा रहे थे। पिछले साल चार्ली पेंग के ठिकानों पर आयकर विभाग ने भी छापेमारी की थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भी हाल में चार्ली पेंग पर एफआईआर दर्ज की हुई है।
बता दें कि ED ने चार्ली के खिलाफ अगस्त में ही मनी लॉन्ड्रिंग का मकुदमा दर्ज किया था, इतने लंबे समय से ED चार्ली पेंग के सभी संदिग्ध लेन-देन की जांच कर रही थी। जांच में यह भी पता चला है कि चार्ली पेंग में न केवल भारत में हवाला कारोबार में शामिल था बल्कि वह तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा की जासूसी भी कर रहा था।
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चार्ली पेंग फर्जी कंपनियां बनाकर हवाला नेटवर्क चला रहा था। दिल्ली एनसीआर की साइबर सिटी गुरुग्राम के सेक्टर 59 गोल्फ कोर्स रोड स्थित पर्म स्प्रिंग प्लाजा के पते पर चार्ली ने इनविन लॉजिस्टिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी रजिस्टर्ड कराई थी। लेकिन प्लाजा के मैनेजर के अनुसार यहां कोई चीनी कंपनी थी ही नहीं।
इसी तरह कई फर्जी पतों के जरिए चार्ली शेल कंपनियों का संचालन कर पैसे का लेन-देन कर रहा था।
जांच एजेंसियां ने चार्ली से दिल्ली और गुरुग्राम के उन सभी पतों के बारे में भी पूछताछ की है, जिनके आधार पर उसने अपना आधार कार्ड बनवाया और भारत में अपनी फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड कराई।
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दिल्ली पुलिस के अनुसार चार्ली पेंग ने हवाला के जरिये जो पैसा मंगवाया वो तिब्बतियों को दिया गया और शक है कि इसका इस्तेमाल जासूसी करवाने में किया गया।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग ने उन्हें तकरीबन 2 दर्जन तिब्बतियों के नाम दिए हैं जिसमें पता चला है कि कुछ लोग दिल्ली के हैं बाकी साउथ इंडिया में रहते हैं। इसके साथ चार्ली पेंग ने लेन-देन की है।